क्राइम
कार्रवाई: इश्कबाज इंस्पेक्टर पर गिर गई गाज, निलंबन के साथ जांच बिठाई
रुद्रपुर में युवती से अश्लील बातचीत का ऑडियो वायरल होने के मामले में पंतनगर थाने के प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र सिंह डांगी नप गए। एसएसपी ने एएसपी की आंतरिक तथ्यात्मक रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए डांगी को निलंबित कर दिया। उन्होंने मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।
बता दें कि, बृहस्पतिवार को किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने पंतनगर एसएचओ पर युवती से अश्लील बातें कर दबाव में लेने का आरोप लगाते हुए डीजीपी से शिकायत की थी। बताया था कि दो पक्षों में हुए विवाद के मामले में पुलिस ने एक पक्ष पर कार्रवाई की थी। जिस पक्ष पर कार्रवाई हुई थी, युवती उसी पक्ष की थी। वे दूसरे पक्ष पर केस दर्ज कराने की मांग उठा रही थी और इसको लेकर ही वह एसएचओ के संपर्क में आई थी।
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एसएचओ ने इसका गलत फायदा उठाकर युवती से अश्लील बातें की थीं। इसका ऑडियो वायरल होने के बाद मामला सुर्खियों में आ गया। डीजीपी के आदेश पर एसएसपी ने एएसपी निहारिका तोमर को जांच सौंपी थी।
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एसएचओ ने इसका पद के दुरुपयोग की श्रेणी में आती है यह हरकत : एसएसपी
मामले की जांच कर रहीं एएसपी निहारिका तोमर ने पीड़िता के बयान दर्ज किए थे। पीड़िता ने माना था कि यह एक साल पुराना ऑडियो है। एक जिम्मेदार पद पर रहकर इस प्रकार की हरकत घोर अनुशासनहीनता, लापरवाही और ताकत के दुरुपयोग की श्रेणी में आती है।
-डॉ. मंजूनाथ टीसी, एसएसपी, यूएस नगर
रुद्रपुर में युवती से अश्लील बातचीत का ऑडियो वायरल होने के मामले में पंतनगर थाने के प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र सिंह डांगी नप गए। एसएसपी ने एएसपी की आंतरिक तथ्यात्मक रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए डांगी को निलंबित कर दिया। उन्होंने मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।
बता दें कि, बृहस्पतिवार को किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने पंतनगर एसएचओ पर युवती से अश्लील बातें कर दबाव में लेने का आरोप लगाते हुए डीजीपी से शिकायत की थी। बताया था कि दो पक्षों में हुए विवाद के मामले में पुलिस ने एक पक्ष पर कार्रवाई की थी। जिस पक्ष पर कार्रवाई हुई थी, युवती उसी पक्ष की थी। वे दूसरे पक्ष पर केस दर्ज कराने की मांग उठा रही थी और इसको लेकर ही वह एसएचओ के संपर्क में आई थी।
एसएचओ ने इसका गलत फायदा उठाकर युवती से अश्लील बातें की थीं। इसका ऑडियो वायरल होने के बाद मामला सुर्खियों में आ गया। डीजीपी के आदेश पर एसएसपी ने एएसपी निहारिका तोमर को जांच सौंपी थी।
एसएचओ ने इसका पद के दुरुपयोग की श्रेणी में आती है यह हरकत : एसएसपीमामले की जांच कर रहीं एएसपी निहारिका तोमर ने पीड़िता के बयान दर्ज किए थे। पीड़िता ने माना था कि यह एक साल पुराना ऑडियो है। एक जिम्मेदार पद पर रहकर इस प्रकार की हरकत घोर अनुशासनहीनता, लापरवाही और ताकत के दुरुपयोग की श्रेणी में आती है।-डॉ. मंजूनाथ टीसी, एसएसपी, यूएस नगर