अंतरराष्ट्रीय
मारा गया 200 करोड़ का इनामी आतंकी अलकायदा चीफ जवाहिरी
न्यूयार्क। अल कायदा के नेता अयमान अल- जवाहिरी को अमेरिका ने रविवार को ड्रोन स्ट्राइक में मारा गया। 2011 में ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद दुनिया के सबसे बड़े आतंकी संगठनों में से एक अलकायदा सरगना को अमेरिका ने काबुल में एक ड्रोन हमले में ढेर कर दिया। 2011 में ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद जवाहिरी ने अलकायदा को अपने नियंत्रण में ले लिया था।
जवाहिरी इजिप्ट का एक डॉक्टर था, जो ओसामा के जाने के बाद अल कायदा का चीफ बना था। अल-जवाहिरी पर अमेरिका ने 25 मिलियन डॉलर (करीब 200 करोड़) का इनाम रखा था। अमेरिकी अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि रविवार को सुबह 6.18 बजे अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अमेरिकी ड्रोन हमले में अल जवाहिरी मारा गया।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जवाहिरी के मारे जाने की पुष्टि की। उन्होंने एक संबोधन में कहा कि अब इंसाफ मिला है, और आतंकवादियों का सरगना मारा जा चुका है। जो बाइडेन ने कहा, “इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि इसमें कितना वक्त लगता है, चाहे कहीं भी छिप जाओ, अगर हमारे लोगों के लिए खतरा हो, तो अमेरिका उन्हें ढूंढ निकालेगा और मार गिराएगा।” बाइडेन ने कहा कि जवाहिरी केन्या और तंजानिया में यूएसएस कोल और अमेरिकी दूतावासों पर हमलों के पीछे मास्टरमाइंड था या फिर उसने इन हमलों में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही थी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने कई खुफिया इनपुट के जरिए इस बात की पुष्टि की है कि मारा गया शख्स अलकायदा चीफ जवाहिरी था। वह काबुल में एक सेफ हाउस की बालकनी में था जब ड्रोन ने उसे निशाना बनाया। जवाहिरी के परिवार के अन्य सदस्यों भी मौके पर मौजूद थे लेकिन इस हमले में और किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ।
अलकायदा प्रमुख जवाहिरी को इससे पहले, ओसामा बिन लादेन का दाहिना हाथ माना जाता था और कुछ विशेषज्ञों का मानना था कि अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए हमलों के पीछे ‘ऑपरेशनल माइंड’ था।