क्राइम
12वीं की छात्रा ने प्रेमी संग ट्यूशन टीचर के घर की चोरी, ग्राउंड में छिपाए गहने; फिर घूमने चल दिए हरिद्वार
देहरादून: 12वीं कक्षा की छात्रा ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी ट्यूशन टीचर के घर पर ही चोरी की घटना को अंजाम दे दिया। घटना के बाद दोनों घूमने के लिए हरिद्वार चले गए। रात को रुकने के बाद दूसरे दिन अपने-अपने घरों को चले गए। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक सरिता डोबाल ने बताया कि 26 अप्रैल को दांतों के चिकित्सक वीरेंद्र कुमार निवासी चकशाह नगर नेहरू कालोनी ने तहरीर दी थी कि वह 20 अप्रैल को परिवार के साथ एक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए रुड़की गए थे।
लाखों के गहने व करीब 18 हजार रुपये हुए थे चोरी
26 अप्रैल को वह वापस लौटे तो देखा कि घर के ताले टूटे हुए थे और एक कमरे में रखी आलमारी से लाखों के गहने व करीब 18 हजार रुपये चोरी हो रखे थे। इस मामले में नेहरू कालोनी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।
थानाध्यक्ष लोकेंद्र बहुगुणा की देखरेख में एसएसआइ योगेश दत्त और चौकी इंचार्ज डिफेंस कालोनी सतबीर सिंह ने क्षेत्र में लगे सीसीटीवी खंगालने शुरू किए। इस दौरान एक युवती व युवक कैमरों में जाते दिखे।
जांच के बाद पुलिस ने आरोपित सोनिया व उसके प्रेमी अमरपाल निवासी चकशाह नगर नेहरू कालोनी को गिरफ्तार कर उनके पास से चोरी किए गहने बरामद किए गए।
21 अप्रैल की रात को दोनों ने घर के ताले तोड़े
पूछताछ में सोनिया ने बताया कि वह 12वीं कक्षा की छात्रा है और वीरेंद्र कुमार की पत्नी के पास ट्यूशन पढ़ने के लिए जाती थी। कुछ दिन पहले ट्यूशन टीचर ने बताया कि रुड़की में उनकी रिश्तेदारी में शादी है और वह चार-पांच दिनों के लिए शादी में शामिल होने के लिए जा रहे हैं।
आरोपित सोनिया को पता था कि इस दौरान उनके घर पर कोई नहीं रहेगा, ऐसे में उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई। योजना के मुताबिक 21 अप्रैल की रात को दोनों ने घर के ताले तोड़कर वहां रखी आलमारी में रखे सारे गहने व नकदी चोरी कर ली।
गहने छिपा दिए और खुद चले गए हरिद्वार
दोनों आरोपितों ने चोरी के गहने पास ही एक ग्राउंड में छिपा दिए और खुद मौज मस्ती करने के लिए हरिद्वार चले गए। रात दोनों हरिद्वार के एक होटल में रुके और दूसरे दिन सुबह चुपचाप अपने-अपने धरों में आ गए।
चोरी की गई नकदी से बचे 10 हजार रुपये सोनिया ने अपने बैंक खाते में जमा कर दिए। 26 अप्रैल को दोनों गहने बेचने की फिराक में थे, जहां पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।