देहरादून
त्यूणी अग्निकांड में तहसीलदार भी निलंबित, CDO को जांच; लापरवाही पर पहले ही 5 हो चुके हैं सस्पेंड
देहरादूनः त्यूणी अग्निकांड पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गंभीर रुख अपनाए हुए हैं। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्य में लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में जिलाधिकारी सोनिका घटना के सभी पहलुओं पर स्वयं नजर रख रही हैं। अग्निकांड में नायब तहसीलदार को निलंबित करने के बाद अब जिलाधिकारी ने तहसीलदार रूप सिंह और रायगी क्षेत्र के पटवारी श्याम सिंह तोमर को भी निलंबित कर दिया है।
अब तक राजस्व विभाग के तीन कार्मिकों, जबकि पुलिस/अग्निशमन के चार कार्मिक निलंबित किए जा चुके हैं। साथ ही प्रकरण की जांच मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान को सौंपी गई है।
सभी लापरवाह कार्मिकों पर की जा रही सख्त कार्रवाई
जिलाधिकारी सोनिका के मुताबिक अग्निकांड को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है। प्रकरण में सभी लापरवाह कार्मिकों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। कार्रवाई का दायरा जांच के गतिमान होने के साथ बढ़ सकता है।
जिलाधिकारी के मुताबिक घटना को लेकर रजिस्ट्रार कानूनगो देवराज पुंडीर की भी कुछ लापरवाही सामने आ रही है। लिहाजा, तत्काल प्रभाव से उन्हें चकराता तहसील में स्थानांतरित कर दिया गया है।
उनकी जगह चकराता से तिलकराज जोशी को भेजा गया है। इसी तरह रायगी के पटवारी के निलंबन के बाद उनकी जगह हनोल क्षेत्र के पटवारी सुरेश जनाटा को रायगी भेजा गया है। जिलाधिकारी सोनिका ने मुख्य विकास अधिकारी को पूरी घटना की निष्पक्ष जांच करते हुए रिपोर्ट देने को कहा है।
आपको बता दें कि जिला मुख्यालय देहरादून से करीब 180 किलोमीटर दूर सीमांत क्षेत्र त्यूणी में एक तीन मंजिला भवन में गुरुवार शाम को भीषण आग लग गई थी। अग्निकांड में चार बच्चियां जिंदा जल गईं, जबकि बच्चियों को बचाने के प्रयास में महिला समेत चार लोग झुलस गए थे।
भीषण अग्निकांड की जांच को त्यूणी पहुंची डीआइजी फायर
पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार के निर्देशन में डीआइजी फायर निवेदिता कुकरेती शनिवार को घटना के तीसरे दिन अग्निकांड मामले की जांच को त्यूणी पहुंची। उन्होंने घटनास्थल का मौका मुआयना कर लोगों से पूछताछ की। कहा कि त्यूणी क्षेत्र में फायर रेस्क्यू को मजबूत बनाने के प्रयास चल रहे हैं। जिससे भविष्य में इस तरह की घटना को समय रहते रोका जा सके।
इस घटना से आक्रोशित क्षेत्रवासियों ने त्यूणी में तैनात फायर कर्मियों और स्थानीय पुलिस-प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए चकराता-त्यूणी हाईवे पर विरोध-प्रदर्शन कर जाम लगाया था। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने मामले का संज्ञान लिया और डीआइजी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप कुंवर व पुलिस अधीक्षक देहात कमलेश उपाध्याय को मौके पर भेजा।
डीआइजी एवं एसएसपी ने राहत एवं बचाव कार्य में लापरवाही बरतने पर त्यूणी में तैनात फायर प्रभारी समेत चार दमकल कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। शनिवार को त्यूणी पहुंची डीआइजी निवेदिता कुकरेती ने घटनास्थल का मौका मुआयना कर मामले की जांच शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से सीमांत त्यूणी तहसील क्षेत्र में फायर रेस्क्यू को मजबूत बनाने की दिशा में कार्रवाई चल रही है।
जिला मुख्यालय से 180 किलोमीटर दूर पहाड़ के दुर्गम इलाके में इस तरह की भविष्य में होने वाली घटना की रोकथाम को विभाग की ओर से त्यूणी में एक मिनी फायर टैंक और पंप की यूनिट को स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके अलावा फायर कर्मियों को थाना पुलिस के साथ क्षेत्र में हर माह माक ड्रिल के माध्यम से गैस सिलिंडर और बिजली से आग की रोकथाम को जन-जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
कहा कि घरों और प्रतिष्ठानों में गैस सिलिंडर व बिजली से लगने वाली आग की घटना को समय रहते कैसे रोका जा सकता है, इसके लिए आमजन में जागरूकता लाना बेहद जरूरी है। विभाग की ओर से फायर रेस्क्यू को बेहतर बनाने के साथ अन्य व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएगी। कहा प्राथमिक तौर पर त्यूणी में तैनात फायर यूनिट को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान सीओ विकासनगर भास्कर लाल शाह और अन्य पुलिसकर्मी मौजूद रहे।