उत्तराखण्ड
वरिष्ठ आईएफएस अधिकारी के खिलाफ महिला से छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज
देहरादून: एक वरिष्ठ आईएफएससी अधिकारी के खिलाफ राजपुर थाने में महिला के साथ छेड़छाड़ करने की आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोप है कि कार्यालय में ही वरिष्ठ अधिकारी ने महिला कर्मचारी के साथ जबरदस्ती का प्रयास किया। बाद में अपने व्हाट्सएप नंबर से महिला से माफी मांगी और फिर माफी मांगने के व्हाट्सएप नंबर डिलीट भी कर दिए। मगर महिला कर्मचारियों ने इन मैसेज की रिकवरी कर अब थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीसीबी) के नेशनल एयर क्लीन प्रोग्राम प्रोजेक्ट (एनसीएपी) के अंतर्गत कार्यरत महिला ने बोर्ड के सदस्य सचिव व आइएफएस अधिकारी पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। इस मामले में राजपुर थाना पुलिस ने सचिव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस को दी तहरीर में महिला ने बताया कि 24 जनवरी की दोपहर को वह यूपीसीबी के सदस्य सचिव आइएफएस अधिकारी सुशांत कुमार पटनायक के पिता के निधन पर सांत्वना देने के लिए उनके कार्यालय में गई। इस दौरान सदस्य सचिव ने उन्हें पकड़ लिया और उनके साथ छेड़छाड़ करनी शुरू कर दी। किसी तरह से वह आरोपित के चुंगल से छूटी। इसके बाद आरोपित ने अपने वाट्सएप से मैसेज भेजकर घटना के लिए माफी मांगी और तत्काल मैसेज डिलीट कर दिए। उन्होंने नोटिफिकेशन हिस्ट्री से मैसेज रिकवर कर लिए हैं। इसके बाद आरोपित ने समझौते के लिए उन पर दबाव बनाया और बोर्ड के एक अधिकारी को भेजकर समझौता करना चाहा।
इस संबंध में उन्होंने बोर्ड के अध्यक्ष से 25 जनवरी को शिकायत की, जिसकी जांच अभी चल रही है। थानाध्यक्ष राजपुर पीडी भट्ट ने बताया कि शिकायत के उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव आधार सुशांत कुमार पटनायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं, मामले को लेकर जब आरोपित सुशांत पटनायक से उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।