अल्मोड़ा
छह परिवारों ने भागकर बचाई जान,अल्मोड़ा में कर्मचारियों के के लिए बने आवासीय भवन की भरभार कर गिरी दीवार
अल्मोड़ा : तीन दिन से लगातार हो रही बारिश से पुराने कलेक्ट्रेट के पास बने कर्मचारियों के आवासीय भवन के आगे की सुरक्षा दीवार भरभरा कर गिर गए। दीवार गिरते हुए मकानों में रह रहे लोगों चिल्लाते हुए अपने कमरों से भाग निकले। संयोग से किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई। सभी प्रभावितों को सुरक्षित जगह पर विस्थापित किया गया है।
रविवार को मुख्यालय के बींचोबीच पुराने कलेक्ट्रेट के पास कर्मचारियों के लिए बने आवासीय भवन के आगे का हिस्सा ढह गया।इन मकानों में कलेक्ट्रेट के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रहते है। सुरक्षा दीवार के साथ उनका आंगन भी क्षतिग्रस्त हो गया। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में चीख पुकार शुरू हो गई।
आवासीय परिसर में रह रहे छह परिवार अपने बच्चों के साथ घर से बाहर भाग निकले। कुछ परिवार वहां पर नहीं रह रहे थे वह अपने गांव गए हुए थे। देखते ही देखते वहां लोगों की भीड़ भी जुट गई। संयोग से मकान नहीं गिरा। लेकिन जिस तरह बारिश आ रही है खतरा बना हुआ है। घटना के बाद प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और उन्होंने नुकसान का जायजा लिया।
इसके बाद प्रभावित तीन परिवार अशोका होटल में, दो परिवार पवन होटल और एक परिवार को हिम टावर में शिफ्ट किया गया। प्रभावितों का जरुरी सामान अभी वहीं पर है। तहसीलदार अल्मोड़ा कुलदीप पांडे ने बताया कि नुकसान का जायजा ले लिया है। सभी प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। कुल कितने लोग रह रहे थे पटवारी से जानकारी जुटाई जा रही है।
प्रशासन अलर्ट रहता तो नहीं होता यह हादसा
कुछ समय पहले कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों के लिए बने आवासीय मकान की दीवार गिर गई थी। लेकिन उसके बाद भी प्रशासन ने कोई सुध नहीं ली। आवासीय मकान के ठीक नीचे जेसीबी मशीनों से खुदाई चल रही थी। जब उस समय दीवार गिरी तो काम रोक दिया गया था और दीवार बनाने का कार्य शुरु किया।
कुछ समय बाद वहां जेसीबी से फिर कार्य शुरू हो गया था। बरसात के दिनों में बिना सुरक्षा मानकों के कार्य हो रहा था लेकिन किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने इसे रोकने की कोशिश नहीं की। जबकि यह कलेक्ट्रेट को जाने वाली मुख्य सड़क के किनारे है। यहीं से जिले के सभी बड़े अधिकारी अपने कार्यालयों को जाते है।

