उत्तराखण्ड
सिंगल यूज़ प्लास्टिक बैन : उत्तराखंड में ऐसा रहा असर, दून में धड़ल्ले से होती रही बिक्री तो इन शहरों में हड़कंप
देहरादून. उत्तराखंड में पहले भी सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर प्रतिबंध को लेकर अभियान चलाए गए, लेकिन कोविड की दो लहरों के दौरान पूरी ढील दे दी गई तो धड़ल्ले से प्रयोग होने लगा. अब केंद्र सरकार ने एक जुलाई से पूरे देश में सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर बैन की घोषणा की, तो उत्तराखंड में जानकार इसे बड़े बदलाव की भूमिका मान रहे हैं. हालांकि ज़मीनी स्तर पर राजधानी देहरादून में पहले दिन इस बैन का कोई असर नहीं दिखा, लेकिन हरिद्वार में गंगा घाटों एक मुहिम चली तो लोगों में हड़कंप मच गया. उधमसिंह नगर ज़िले में आज 2 जुलाई से बैन को लेकर सख्त अभियान की तैयारी है.
देहरादून की बात करें तो 1 जुलाई को बाजारों में सिंगल यूज़ प्लास्टिक का उपयोग बदस्तूर आम दिनों की तरह होता रहा. हालांकि, इस बैन के लिए आवाज़ उठाते आ रहे सोशल एक्टिविस्ट अनूप नौटियाल का मानना है कि इस बार यह अभियान कारगर हो सकता है क्योंकि बैन राष्ट्रीय स्तर पर है. उत्पादन से लेकर डिस्ट्रीब्यूशन और व्यक्तिगत उपयोग तक सब कुछ बैन किया गया है. व्यक्तिगत उपयोग पर सौ रुपये, खुदरा विक्रेता पर एक लाख, ट्रांसपोर्टेशन पर दो लाख और उत्पादन पर पांच लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है.
उत्तराखंड में कहां किस तरह बैन का असर दिख रहा है, इससे पहले आप ये जान लें कि सिंगल यूज़ प्लास्टिक बैन में रोज़मर्रा की कौन सी चीज़ें शामिल हो गई हैं. प्लास्टिक स्टिक वाली इयर बड्स, पॉलीथिन, प्लास्टिक के झंडे, थर्माकोल की सजावटी सामग्री, प्लास्टिक की डिस्पोज़बेल प्लेट, कप, गिलास, कांटे, चम्मच, चाकू, स्ट्रॉ, ट्रे-मिठाई के डिब्बों पर लपेटी जाने वाली फिल्में, इन्विटेशन कार्ड, सिगरेट पैक आदि पर लगने वाली 100 माइक्रॉन से कम मोटाई की पन्नियां आदि.
हरिद्वार में 500 किलो प्लास्टिक ज़ब्त
देहरादून में जहां, बैन के पहले दिन शुक्रवार को सब्जी मंडियों से लेकर आम दुकानों तक धड़ल्ले से सिंगल यूज़ प्लास्टिक चलती रही और प्रशासनिक एजेंसियां गुम दिखीं, वहीं हरिद्वार में नगर निगम प्रशासन ने हर की पैड़ी समेत कई गंगा घाटों पर अभियान चलाकर प्लास्टिक कैन और पॉलिथीन ज़ब्त कीं. घाटों पर दुकानदारों में भगदड़ मच गई. अभियान के तहत 5 क्विंटल से ज्यादा प्लास्टिक ज़ब्त हुई और कई दुकानदारों के चालान काटे गए.
मुख्य नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने बताया कि प्लास्टिक मुक्त अभियान शुरू करने से 10 दिन पहले जागरूक करने का अभियान चलाया गया था. हरिद्वार में प्लास्टिक का सामान बनाने वाले कई बड़े उद्योगों को भी चिह्नित कर लिया गया है. जल्द ही उन पर भी कड़ी कार्रवाई होगी. इधर, रुड़की में भी चालानी कार्रवाई होती रही. इसी तरह, उधमसिंह नगर ज़िले में आज शनिवार से बड़े एक्शन की तैयारी है.
आज से काटे जाएंगे चालान
जिले में सभी निकायों ने व्यापारियों को 30 जून तक सिंगल यूज़ प्लास्टिक के उत्पादन, बिक्री और स्टॉक खत्म करने की मोहलत दी थी. अब बाज़ारों में छापेमार कार्रवाई के साथ आम लोगों के भी चालान काटे जाएंगे. रुद्रपुर निगम के एमएनए विशाल मिश्रा ने बताया कि शनिवार से इस बैन को सख्ती के साथ लागू करवाया जाएगा. इधर व्यापारी भी सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर बैन को सही कदम बता रहे हैं.

