धर्म-संस्कृति
Shani Dosh: शनि कमजोर होने पर व्यक्ति को सामना करना पड़ता इन भयानक स्थितियों से, जानें कैसे कम सकते हैं प्रभाव
Shani Dev: यदि कुंडली में शनि कमजोर हो तो शनि दोष उत्पन्न होता है जिसके कारण व्यक्ति के जीवन में कई परेशानियां आने लगती हैं। शनि दोष होने पर कई लक्षण दिखाई देने लगते हैं, उन संकेतों को जानकर आप शनि दोष से छुटकारा पा सकते हैं।
शनि दोष के लक्षण
- यदि कुंडली में शनि दोष हो तो व्यक्ति का धन और संपत्ति धीरे-धीरे अनावश्यक कार्यों में खर्च होने लगती है।
- शनि दोष के कारण वाद-विवाद की स्थिति बनती है और व्यक्ति पर झूठे आरोप लगते हैं। इसके अलावा कोर्ट केस भी बनते हैं।
- शराब, जुआ और अन्य बुरी आदतें भी शनि दोष का कारण बनती हैं।
- बनते काम में रुकावट आना, कर्ज का बोझ होना, घर में आग लग जाना, घर का बिक जाना या उसका कोई हिस्सा टूट जाना आदि भी शनि दोष के लक्षण माने जाते हैं।
- यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि दोष हो तो व्यक्ति के बाल समय से पहले झड़ने लगते हैं, आंखें खराब होने लगती हैं और कानों में दर्द रहता है।
- खराब शनि के कारण शारीरिक कमजोरी, पेट दर्द, टीबी, कैंसर, त्वचा रोग, फ्रैक्चर, लकवा, सर्दी, अस्थमा आदि रोग होते हैं।
- अगर किसी का शनि खराब है तो उसे अपनी मेहनत का फल नहीं मिलता है। नौकरी में परेशानियां और घर में छोटी-छोटी बातों पर झगड़े होते रहते हैं।
शनि दोष कैसे ठीक करें?
- शनि साढ़ेसाती, ढैय्या जैसे शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए शनिवार के दिन काले तिल, काला कपड़ा, काली उड़द दाल, तेल, जूता-चप्पल, गुड़ और काले रंग के का दान करें। किसी गरीब जरूरतमंद को इन चीजों का दान करने से शनि दोष ठीक होता है।
- शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए हर दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके अलावा शनिवार के दिन शनि देव के बजरंबली की पूजा भी जरूर करें।
- शनिवार के दिन सूर्योदय से पहले पीपल के पेड़ की पूजा करें। पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने के बाद तेल का दीया जलाएं। ऐसा करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है, जिससे सभी दोष से मुक्ति मिलती है।
- साढ़ेसाती का प्रभाव कम करने लिए शनिवार के दिन शनि देव के मंत्रों का जरूर करें। साथ ही शनि चालीसा का पाठ करने से भी ढैय्या, साढ़ेसाती का प्रभाव कम होता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। कस्तूरी न्यूज़ इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)