उत्तराखण्ड
प्रत्याशियों ने जीत के लिए की देव मंदिरों में पूजा
बागेश्वर : विधानसभा मतगणना गुरुवार सुबह आठ बजे से शुरू होने जा रही है। जिसको लेकर प्रत्याशियों की बेचैनी बढ़ने लगी है। कार्यकर्ता गुणा-भाग करने के बाद प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने का दावा कर रहे हैं। बुधवार को अधिकतर प्रत्याशी मंदिरों में पूजा-अर्चना करने में जुटे रहे। वहीं, भाजपा और आप के प्रत्याशियों ने कार्यकर्ताओं के बीच मंथन भी किया। बागेश्वर विधानसभा से त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार हैं। जबकि कपकोट में भाजपा-कांग्रेस में कड़ी टक्कर की उम्मीद जताई जा रही है।
विधानसभा बागेश्वर के भाजपा प्रत्याशी चंदन राम दास देहरादून से लौट आए हैं। वह पार्टी कार्यालय में दिनभर कार्यकर्ताओं के बीच रहे। सुबह उन्होंने घर मे ही पूजा-अर्चना की। पार्टी के जिलाध्यक्ष शिव सिंह बिष्ट ने कहा कि भाजपा की जीत सुनिश्चित है। कांग्रेस के बागियों के अलावा आप ने भी कांग्रेस के वोटों पर सेंध लगाई है।
वहीं कांग्रेस प्रत्याशी रणजीत दास ने सुबह बागनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद वह कोट भ्रामरी पहुंचे। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की एकजुटता और वरिष्ठ कांग्रेसियों के साथ ही जनता का आशीर्वाद उनके साथ है। बागियों ने भाजपा की वोट पर भी सेंध लगाई है। चुनाव परिणाम रोमांचक होगा और उनकी जीत होगी।
आप प्रत्याशी बसंत कुमार ने कार्यालय पर कार्यकर्ताओं के साथ मंथन किया। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की मेहनत, पिछले पांच वर्षों तक जनता के बीच रहने और गरीब, असहायों की मदद से मतदान उनके पक्ष में हुआ है। उनकी जीत सुनिश्चित है। वहीं, कांग्रेस के बागी भैरवनाथ टम्टा भी दिल्ली से लौट आए हैं। उन्होंने मतगणना के दिन के लिए जरूरी काम निपटाए। कलक्ट्रेट आदि स्थानों पर पहुंचे। समर्थकों से मुलाकात की। वहीं, बालकृष्ण भी कार्यकर्ताओं से घिरे रहे। कपकोट के प्रत्याशियों ने की तैयारियां पूरी
विधानसभा कपकोट से भाजपा प्रत्याशी सुरेश गढि़या ने सुबह भगवती मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद वह जिला मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने पार्टी कार्यालय में वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। कार्यकर्ताओं के बीच मंथन किया। उन्होंने कहा कि उनकी जीत सुनिश्चित है। उन्होंने कपकोट की जनता के लिए काम किया है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी ललित फस्र्वाण ने भद्रकाली मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके बाद कालिका मंदिर पहुंचे। उन्होंने कहा कि कपकोट, कांडा कमस्यारी और दुग नाकुरी की जनता उनके साथ है और वह जीत रहे हैं।