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प्रोफ़ेसर की पत्नी को नौ घंटे तक डिजिटली अरेस्ट रखा, 10 लाख रुपये की चपत लगाई…ठगों के निशाने पर महिलाएं और वरिष्ठ नागरिक
डिजिटल अरेस्ट को लेकर अभी लोगों में जागरूकता की खासी कमी है और वह भी खासकर महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को। इसी बात का फायदा उठाकर डिजिटल ठगी करने वालों ने अब तमाम लोगों को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है और लोग अपनी रकम गवा रहे हैं। बैंक खातों में देश विरोधी तत्वों के द्वारा पैसा जमा किए जाने समेत तमाम बहानों से वरिष्ठ नागरिकों को डराकर उन्हें डिजिटल अरेस्ट कराया जाता है और फिर जल्दी छूटने के बदले पैसे ऐठे जाते हैं। खास बात यह है कि इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला भी दिया जाता है। काशीपुर में प्रोफेसर की पत्नी को डिजिटल अरेस्ट कर ठगों ने इस कदर डरा दिया था कि उन्हें बाथरूम में भी फोन साथ ले जाने की हिदायत दी गई थी। नतीजा यह हुआ की डिप्रेशन में आकर वह बैंक गई और ठगों के बताए खाते में 9.83 लख रुपए ट्रांसफर कर दिए। पढिए पूरी खबर….
काशीपुर। साइबर ठगों ने एक शिक्षक की पत्नी को नौ घंटे डिजिटल अरेस्ट कर उसके खाते से 9.83 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए। 18 दिसंबर को ठगों ने महिला को गिरफ्तारी का भय दिखाकर सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक डिजिटल अरेस्ट रखा। महिला को खाते में दो करोड़ रुपये आने और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की बात कहकर डाराया। महिला की तहरीर पर केस दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
टांडा उज्जैन निवासी एक महिला के पति डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर हैं। उनके बेटा और बेटी बाहर रहते हैं। 18 दिसंबर को पति घर से बाहर थे। सुबह करीब आठ बजे महिला के मोबाइल पर एक कॉल आई, जो वह रीसीव नहीं कर सकीं। कुछ देर बाद महिला ने कॉल बैक की तो कॉलर ने खुद को मुबंई पुलिस का अधिकारी बताते हुए महिला के राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में लिप्त होने की बात कही। कॉलर का कहना था कि उसके कैनरा बैंक, मुंबई स्थित खाते में किसी नरेश गोयल ने दो करोड़ रुपये की रकम डाली है। उसके खिलाफ फ्राड के 17 केस हैं। महिला के यह कहने पर कि उसका केनरा बैंक में कोई अकाउंट नहीं है, कॉल करने वाले उसे, उसके बेटे और पति के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी देकर धमकाने लगे। कहा कि कैनरा बैंक में उसका आधार कार्ड और बायोमेट्रिक तक है।
राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर कॉलर ने उसे धमकाते हुए शाम पांच बजे तक डिजीटल अरेस्ट रखा और उसे खाना तक नहीं खाने दिया। यहां तक कि कॉलर ने उन्हें शौचालय में भी मोबाइल साथ रखने की हिदायत दी। महिला ने बताया कि उनके धमकाने से वह डिप्रेशन में आ गई और बैंक जाकर उसने 9,83,981 रुपये ठग के बताए खाते में ट्रांफसर कर दिए। तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात ठगों के खिलाफ बीएनएस की धारा 318(4) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच एसआई जय प्रकाश को सौंपी गई है।