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प्रधानमंत्री मोदी ने ठाणे और दिवा को जोड़ने वाली रेलवे लाइन राष्ट्र को किया समर्पित, कहा- इससे आएगा बड़ा बदलाव
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को ठाणे और दिवा को जोड़ने वाली दो अतिरिक्त रेलवे लाइनों को राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए हुआ। प्रधानमंत्री ने मुंबई उपनगरीय रेलवे की दो उपनगरीय ट्रेनों को भी रवाना किया। इस मौके पर पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि इन रेल लाइनों की शुरुआत से हर मुंबईकर को आवागमन में सहूलियत मिलेगी।
मुंबई वासियों के जीवन में आएगा बड़ा बदलाव
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कल छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्मजयंती है। सर्व प्रथम मैं भारत के महान महानायक के चरणों मे प्रणाम करता हूं। ठाणे-दिवा के बीच नई बनी पांचवीं और छठी रेल लाइनें मुंबई वासियों के जीवन में एक बड़ा बदलाव लाएंगी। ये रेल लाइनें मुंबईकरों के जीवन को आसान बनाएंगी।
यूपीए सरकार पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने कहा कि बीते सात वर्षों के दौरान मुंबई में मेट्रो का भी काफी विस्तार हुआ है। मुंबई के आसपास के उपनगरीय केंद्रों में भी मेट्रो रेल सेवाएं शुरू की जा रही हैं। पीएम मोदी ने पूर्व की यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि साल 2008 में इन लाइनों के निर्माण की आधारशिला रखी गई थी। इस परियोजना को 2015 तक पूरा होना था। सरकार बनने के बाद हमने इस परियोजना पर तेजी से काम करना शुरू किया और इसे पूरा किया जाना सुनिश्चित किया।
620 करोड़ रुपये आई है लागत
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक ठाणे और दिवा को जोड़ने वाली दो अतिरिक्त रेल लाइनों के निर्माण पर लगभग 620 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस परियोजना के जारिए किए गए निर्माण कार्यों में 1.4 किलोमीटर लंबा रेल फ्लाईओवर, तीन प्रमुख पुल, 21 छोटे पुल शामिल हैं।
यह होगी सहूलियत
माना जा रहा है कि इन लाइनों के निर्माण से मुंबई में उपनगरीय रेलगाड़ियों के यातायात में सहूलियत होगी। साथ ही लंबी दूरी की रेलगाड़ियों के यातायात में अब तक आ रही रुकावटों को काफी हद तक दूर किया जा सकेगा। यही नहीं इन लाइनों की मदद से शहर में 36 नई उपनगरीय ट्रेनें भी चलाई जा सकेंगी।
मध्य रेलवे का व्यस्ततम जंक्शन
मालूम हो कि कल्याण मध्य रेलवे का काफी व्यस्त रहने वाला मुख्य जंक्शन है। देश के उत्तरी और दक्षिणी भाग से आने वाला यातायात भी इसी जंक्शन पर जुड़ता है। इसी जंक्शन से ट्रेनें छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसटीएम) की ओर भी जाती हैं। माना जा रहा है कि उक्त रेल लाइनें मिलने से रेल यातायात के संचालन में आसानी होगी। साभार न्यू मीडिया।

