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हल्द्वानी: घोर लापरवाही: जल संस्थान की की बला से हिम्मतपुर ओम कॉलोनी के लोग… पिछले एक हफ्ते से पानी की घोर किल्लत, भगवान से भी बड़े लाईनमैनों की दया पर टिकी है यहां के लोगों की पानी की सप्लाई
हल्द्वानी। हिम्मतपुर मल्ला ओम कॉलोनी पवन विहार के लोगों को जल संस्थान ने अपने हाल पर जीने मरने के लिए छोड़ दिया है। पिछले कई दिनों से यहां पानी की भयंकर की किल्लत के बावजूद पूछने वाला कोई नहीं है। हिम्मतपुर मल्ला का खराब ट्यूबवेल तो आए दिन की मुसीबत है ही और पिछले एक हफ्ते से यहां नलों में एक बूंद पानी नहीं टपक है। मगर जिम्मेदार विभागीय अधिकारी और पानी की व्यवस्था करने वाला तंत्र यह पूछने को राजी नहीं है कि आखिर लोग किस हाल में जी रहे हैं। उनकी बला से यहां जो भी हो यहां पूछने और देखने वाला कोई नहीं है।
हिम्मतपुर मल्ला में पानी की परेशानी कोई नई बात नहीं है और यहां का टेबल आए दिन खराब होना भी। पिछले करीब 20 दिन से टेबल खराब है और यहां पानी की भयंकर किल्लत बनी हुई है। मगर जल संस्थान यहां कोई ऐसा तंत्र विकसित नहीं कर पाया है जिससे कि गोला का पानी लोगों को मिले। सबसे बड़ी परेशानी यहां पानी बांटने वाले लाईनमैनों की मनमानी की है। जब उनकी मर्जी वह रात को गोला का पानी अन्य इलाकों की तरफ देते हैं मगर इस तरफ पानी क्यों नहीं आ रहा यह उनसे कोई विभागीय अधिकारी पूछने को राजी नहीं है। इसीलिए यहां पिछले करीब 9 दिन से पानी की बूंद नहीं टपकी है। ऐसा नहीं है कि यहां गोला का पानी नहीं आ सकता मगर न जाने लाईनमैनों की क्या ऐसी मजबूरी है कि अपनी इस तरह अपना खोलकर कहीं अन्य ही दे दिया जाता होगा।
क्योंकि बीच में रात को एक बार गोला का पानी यहां के नलों में ठीक-ठाक चल तो इसका मतलब यह है कि पानी की सप्लाई यहां अभी भी इस हाल में मुमकिन तो है। अब पानी मिल क्यों नहीं पा रहा और लाइनमैन इस तरफ को पानी क्यों नहीं दे रहा है यह एक अबूझ पहेली पहले से ही बना हुआ है। जिन दिनों यहां ट्यूबल ठीक रहता है उन दोनों भी कई बार पानी की सप्लाई इसलिए नहीं मिलती की संबंधित लाइनमैन यह कहते दिखाई देते हैं की दूसरी लाइनों में पानी चेक हो रहा है लिहाजा यहां की लाइन बंद की जा रही है। यह बात भी कभी समझ में नहीं आई कि जब जिस जगह पर पानी का टर्म है उसे वक्त कहीं किसी और की लाइन चेक करने के लिए यहां के लोगों को बिना पानी के रहने के लिए क्यों मजबूर किया जाता है।
बहरहाल इस वक्त की बात यह है कि पिछले 8 से 9 दिनों में यहां पानी की एक बूंद नहीं टपकी है और नहीं टैंकर इधर झांकने आया है। ऊंचा पुल के टेबल में जाकर स्कूटी में 12 जरकिन पानी लाना और वह भी पीने के लिए यही इन दिनों यहां के लोगों की दिनचर्या है। सहायक अभियंता से लेकर के अधिशासी और अधीक्षण अभियंता तक मामले की जानकारी होने के बावजूद इस तरफ कोई न झांकने आया ना किसी ने यह पूछा कि लोग यहां बिना पानी के किस हाल में जी रहे हैं और लाइनमैन अपनी मनमानी किस तरह से कर रहे हैं। इस पूरे मामले में अब ओम कॉलोनी के लोग यह मान चुके हैं कि उन्हें बस अपने हाल में इसी तरह से जीना है वह भी बिन पानी के। काश कभी अधिकारियों को इस परिस्थिति से गुजरना पड़ता…।

