उत्तराखण्ड
पौड़ी: पाबौ ब्लाक के भट्टी गांव में पिंजरे में कैद हुआ गुलदार, वन विभाग ने रेस्क्यू सेंटर चिड़ियापुर भेजा

पौड़ी: विकासखंड पाबौ के भट्टी गांव के समीप लगाए गए पिंजरे में एक गुलदार कैद हो गया। गश्त कर रहे वन कर्मियों को शुक्रवार तड़के गुलदार पिंजड़े में कैद हुआ मिला। वन कर्मियों द्वारा गुलदार को पौड़ी स्थित विभाग के नागदेव रेंज लाया गया। जहां से गुलदार को रेस्क्यू सेंटर चिड़ियापुर हरिद्वार भेज दिया गया है।

इससे पहले बीते दो जून को भट्टी गांव की एक बुजुर्ग महिला को गुलदार ने मार दिया था। तब क्षेत्र के ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए गढ़वाल वन प्रभाग ने पूरी घटना की वस्तुस्थिति से मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक को अवगत कराया गया। बाद में गांव के विभिन्न स्थानों पर पिंजरा लगाने के साथ गुलदार को नरभक्षी घोषित कर दिया गया। इतना ही नहीं शूटर भी तैनात कर दिया गया। बताया गया कि शुक्रवार तड़के वन कर्मी गश्त पर थे। इसी बीच उन्हें भटटी गांव के समीप ही पिंजरे में एक गुलदार कैद हुआ मिला। इसकी सूचना वन कर्मियों ने अपने उच्चाधिकारियों को दी। बाद में पिंजरे में कैद हुए गुलदार को नागदेव रेंज ला गया। वन क्षेत्राधिकारी अनिल भटट ने बताया कि उच्चाधिकारियों के गुलदार को रेस्क्यू सेंटर चिडियापुर हरिद्वार भेज दिया गया है।

तपोवन में टनल से मिले एक शव की शिनाख्त
जोशीमठ : एनटीपीसी की तपोवन विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना के टनल से मिले दो शवों में से एक की शिनाख्त हो चुकी है। जबकि दूसरे शव का डीएनए सैंपल लिया गया है। बुधवार शाम को परियोजना का कार्य कर रही एचसीसी कंपनी ने पुलिस को तपोवन स्थित इंटेल टनल की सफाई के दौरान दो शव दिखाई देने की सूचना दी थी। पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने बताया कि एक शव की शिनाख्त रैणी आपदा में लापता हरीश सिंह पुत्र गुदाल सिंह निवासी ग्राम ढाक थाना जोशीमठ के रूप में हुई है। गौरतलब है कि इस आपदा में 205 व्यक्तियों की गुमशुदगी कोतवाली जोशीमठ में दर्ज कराई गई थी। अभी तक कुल 81 व्यक्तियों तथा एक मानव अंग की शिनाख्त की जा चुकी है।


