Connect with us

अंतरराष्ट्रीय

पाकिस्तान हलचल: तो इमरान के बुरे दिन शुरू, देश छोड़ने पर रोक, आधी रात के फुल ड्रामे के बाद इमरान बोल्ड

खबर शेयर करें -

पाकिस्तान में चल रहे सियासी ड्रामे के बीच इमरान खान के बुरे दिन भी शुरू हो गए हैं। इमरान खान के देश छोड़ने पर जल्द ही रोक लग सकती है पाकिस्तान के होने वाले संभावित प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ पहले ही कह चुके हैं के भले ही वह बदला किसी से ना लें मगर कानून अपना काम करेगा।

पाकिस्तान की सियासी पिच पर OUT हुई इमरान खान सरकार, पवेलियन लौटाने की पूरी क्रोनोलॉजी समझिए।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार द्वारा नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव को रोकने के कई प्रयासों के बावजूद प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से बाहर होना ही पड़ा. उनकी सरकार, नेशनल असेंबली में विश्वास मत हासिल नहीं कर पाई. 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में 174 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सदस्य मतदान के दौरान अनुपस्थित रहे. हालांकि, इमरान खान को सत्ता से बाहर करने का काम एक दिन का नहीं था. इसकी लंबी टाइमलाइन है. चलिए, इसपर नजर डालते हैं.

जियो टीवी के अनुसार, 2021 के अंत तक पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) सुप्रीमो नवाज शरीफ को तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए मनाना शुरू कर दिया था.

28 नवंबर, 2021- पीपीपी के दिग्गज खुर्शीद शाह ने संसद में इन-हाउस बदलाव का संकेत देते हुए कहा कि विपक्ष के पास पीएम इमरान खान को बाहर करने के लिए पर्याप्त संख्या होगी.

24 दिसंबर, 2021- पीएमएल-एन नेता अयाज सादिक ने भी संकेत दिया कि विपक्ष इन-हाउस बदलाव की तैयारी कर रहा है.

11 जनवरी, 2022- पीएमएल-एन के दिग्गज ख्वाजा आसिफ ने कहा कि सरकार बहुमत खो चुकी है, इन-हाउस परिवर्तन किया जाएगा.

18 जनवरी- पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि सीनेट अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सरकार को बाहर नहीं करेगा. विपक्ष पीएम को घर भेजना चाहता है.

21 जनवरी- अयाज सादिक ने कहा कि विपक्ष पीएम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए तैयार है, समय बाद में तय किया जाएगा.

7 फरवरी- पीएमएल-एन और पीपीपी ने आधिकारिक तौर पर अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की.

8 फरवरी- शाहबाज ने एमक्यूएम-पी को इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का विकल्प पेश किया. एमक्यूएम-पी नेता आमिर खान ने पार्टी की समन्वय समिति के समक्ष अनुरोध प्रस्तुत करने की घोषणा की.

11 फरवरी- जीई टीवी के अनुसार, पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने विपक्ष की ओर से पीएम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा की.

8 मार्च – विपक्ष ने आखिरकार अविश्वास प्रस्ताव पेश किया.

12 मार्च- नवाज शरीफ और असंतुष्ट पीटीआई नेता अलीम खान ने लंदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की.

27 मार्च- इमरान खान ने दावा किया कि विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव उन्हें हटाने के लिए एक “विदेशी वित्त पोषित साजिश” का हिस्सा है.

28 मार्च- नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ ने पीएम इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. इस दौरान पीटीआई को पीएमएल-क्यू के समर्थन का आश्वासन था. वहीं, BAP ने विपक्ष से हाथ मिला लिया. बलूचिस्तान से निर्दलीय एमएनए मोहम्मद असलम भूतानी भी सत्तारूढ़ गठबंधन छोड़कर विपक्ष के साथ जुड़ गए.

31 मार्च- पीएम इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए पाकिस्तान नेशनल असेंबली का सत्र 3 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया गया.

3 अप्रैल- नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम सूरी ने अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया, इसे “असंवैधानिक” बताया और कार्यवाही समाप्त कर दी. राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने पीएम इमरान खान की सलाह पर नेशनल असेंबली को भंग कर दिया और सुप्रीम कोर्ट ने राजनीतिक स्थिति का स्वत: संज्ञान लिया.

7 अप्रैल- सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल असेंबली को बहाल किया और नेशनल असेंबली अध्यक्ष असद कैसर को शनिवार को सत्र बुलाने का भी आदेश दिया.

8 अप्रैल- सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए निर्धारित दिन से पहले इमरान खान ने कहा कि वह “विदेशी सरकार” की स्थापना को बर्दाश्त नहीं करेंगे और अगर ऐसा होता है तो समर्थन के लिए जनता की ओर रुख करेंगे.

9 अप्रैल, 2022 की रात-
इमरान खान
की सरकार अविश्वास प्रस्ताव में हार गई.

Continue Reading

संपादक - कस्तूरी न्यूज़

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

More in अंतरराष्ट्रीय

Advertisiment

Recent Posts

Facebook

Trending Posts

You cannot copy content of this page