हल्द्वानी
शादी के तीसरे दिन ही उजड़ा मांग का सिंदूर, पारिवारिक कलह में पति ने खाया जहर
हल्द्वानी: शादी के बाद नीरज और रजनी खुश थे। सात जन्म एक-दूजे का साथ निभाने का वादा कर दोनों रिश्तों की डोर से बंधे। तीसरे ही दिन मानों उन्हें किसी की नजर लग गई। पति ने पारिवारिक कलह में जहर खा लिया। हाथ की मेहंदी मिटने से पहले पत्नी के मांग का सिंदूर उजड़ गया।
कोटाबाग के बजूनियाहल्दू निवासी 27 वर्षीय नीरज बुडलाकोटी पुत्र स्व. पूरन चंद्र की शादी 12 जून को खैरना निवासी रजनी से हुई। दोनों का रिश्ता छह माह से पहले हो चुका था। दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खाई। 13 को गांव में भव्य पार्टी का आयोजन हुआ। पुलिस के मुताबिक 15 की सुबह नीरज की किसी बात को लेकर स्वजनों से कहासुनी हो गई।
इसके बाद वह अपनी बाइक लेकर गांव के जंगल की ओर चला गया। काफी देर तक वह वापस नहीं लौटा तो स्वजनों ने यह बात उसके दोस्तों को बताई। दोस्तों ने उसे जंगल में वह बेहोशी की हालत में पाया। बगल में सल्फास की शीशी थी। घायल अवस्था में उसे सुशीला तिवारी अस्पताल लाया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। नीरज की मौत से गांव में शौक की लहर दौड़ गई। उसकी मौत पर कोई यकीन नहीं कर पा रहा था।
सबकी जुबां पर यही शब्द थे, अभी तो उसकी शादी हुई है। हाथ की मेहंदी मिटने से पहले पत्नी के मांग का सिंदूर मिट चुका है। वह संभल नहीं पा रही। पति के वियोग में उसकी आंखों के आंसू सूख गए हैं। वहीं, मेडिकल पुलिस चौकी इंचार्ज अनिल आर्य ने बताया शव पोस्टमार्टम के बाद स्वजनों को सौंप दिया है। इधर, गुरुवार को घर में शव पहुंचते ही स्वजनों में कोहराम मच गया।

