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निर्भया के दोषियों को कल मिली थी फांसी, अभी भी फंदे के लिए कतार में हैं तिहाड़ के 12 कैदी
निर्भया गैंगरेप आज भी लोगों के जेहन में है. इस केस के दोषियों को 20 मार्च 2020 को फांसी के फंदे पर लटकाया गया था. दोषियों को मिली सजा को पूरे दो साल हो चुके हैं. निर्भया के दोषियों को तो फांसी की सजा मिल गई लेकिन तिहाड़ जेल में अब भी 12 कैदी ऐसे हैं, जिन्हें अलग अलग मामलों में फांसी की सजा मिली हुई है. इन सभी कैदियों के मामले में विभिन्न कोर्ट में विचाराधीन हैं, इस कारण इन्हें विभिन्न जेलों में रखा गया है. बता दें कि निर्भया के दोषियों को सजा के दौरान ही जेल में व्यवस्था में बदलाव किया गया था. इसके तहत एक साथ छह कैदियों को फांसी की सजा दी सकती है.
फांसी की सजा दिए जाने के लिए तिहाड़ की जेल नम्बर तीन है. इसे फांसी कोठी के नाम से भी जाना जाता है. इस कोठी के पास हाई सिक्योरिटी सेल बने हुए हैं. जब किसी को फांसी की सजा दी जानी होती है तो उस कैदी को इन्हीं स्पेशल सेल में रखा जाता है. इससे पहले तक फांसी की सजा प्राप्त कैदी को अन्य कैदियों के साथ ही रखा जाता है.
गौरतलब है कि निर्भया केस के दोषियों को फांसी देने से पहले 9 फरवरी 2013 को अफजल गुरू को फांसी पर लटकाया गया था. अफजल संसद पर हमले का दोषी था. अफजल को फांसी दिए जाने के बाद काफी दिनों तक यह अफवाह फैली रही थी कि जिस सेल में अफजल का रखा गया था, उसमें अफजल का भूत दिखाई देता है. लेकिन बाद में जेल प्रशासन ने इसे अफवाह करार दिया था. बाद में अफजल वाली सेल में कई और कैदियों को भी रखा गया था. जिस सेल में निर्भया के दोषियों को रखा गया था, उसे 20 मार्च को पांच बार खोला गया लेकिन किसी को फांसी देने के लिए नहीं बल्कि नए जजों को दिखाने के लिए इस सेल को खोला गया था.