उत्तराखण्ड
मम्मी मुझे बहुत मारा है और अब मैं वापस नहीं आ पाऊंगा, मुझे बचा लो… दिव्यांशु ने वीडियो कॉल कर मां से आखिरी बार कही थी यह बात और फिर नहीं उठा फोन
हल्द्वानी। ग्राफिक एरा के छात्र दिव्यांशु पांडे की मौत के मामले में अब नए खुलासे हो रहे हैं। बताया जा रहा है की घटना से कुछ देर पहले दिव्यांशु ने अपनी मां को वीडियो कॉल किया और कहा कि मम्मी उसे बहुत मारा है और अब मैं वापस नहीं आ पाऊंगा। मुझे बचा लो… और इसके बाद फोन कट गया। इसके बाद दिव्यांशु की मां ने उसे कई बार फोन किया लेकिन फोन नहीं उठा। मां ने यह बात अपने भाई मामा मथुरा दत्त नैनवाल को बताई।
उधर दोस्त ने दोपहर 3:05 बजे दिव्यांशु की दीदी खुशी पांडे को फोन किया बताया कि तुम्हारे भाई ने फांसी लगा ली है। इतना सुनते ही खुशी ने दिव्यांशु के दोस्त से पूछा तुम कहां हो उसने बताया कि मंडी बाईपास के जंगल में है खुशी ने तुरंत दोस्त को फोन किया और मौके पर जाने को कहा। लाल कुआं कोतवाली और मंडी पुलिस को सूचना दी। खुशी ने अपने पापा गोपाल दत्त पांडे को भी घटना की जानकारी दी और गोपाल दत्त सीधे मंडी बाईपास पहुंचे। दिव्यांशु के के चाचा ने बताया कि जब भी पहुंचे तो दिव्यांशु के दोस्त ने बताया कि हमने हेक्सा ब्लेड से फंदा काटा। अब सवाल यह उठ रहे हैं कि दोस्त के पास कहां से हेक्सा ब्लेड आई। पुलिस भी इस एंगल से जांच कर रही है।
दिव्यांशु की मौत के मामले में कई सवाल हैं। असल में दिव्यांशु की लाश जिस पेड़ के नीचे मिली वहां पर जैकेट के अलावा कुछ नहीं था। जूते उसे स्थान पर मिले जहां पर आग लगाई गई थी। अब सवाल उठता है कि यहां से दिव्यांशु उसे पेड़ तक नंगे पांव गया होगा या उसे जबरन ले जाया गया।
पुलिस के पास टॉर्च तक नहीं थी
नैनीताल पुलिस के पास टॉर्च तक नहीं थी तभी तो चौकी इंचार्ज से लेकर को तक घने जंगल में मोबाइल की रोशनी से सबूत खोजने नजर आए नैनीताल की पुलिस की फोरेंसिक टीम भी मोबाइल की लाइट के सहारे सबूत जुटाना में लगी थी।