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करोड़ों की मिल स्केल जब्त,पकड़ी गई एक करोड़ की जीएसटी चोरी

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देहरादून। कोटद्वार और रुड़की के मंगलौर में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की विशेष टीम ने कार्रवाई करते हुए एक करोड़ रुपये की कर चोरी पकड़ी है। दो ट्रकों से टैक्स चोरी कर ले जाए जा रहे करोड़ों रुपये के मिल स्केल (लोहे का बुरादा सरीका) को जब्त कर लिया गया। जबकि फर्म का सर्वे किया गया तो सामने आया कि मंगलौर में केवल कागजों में ही फर्म संचालित हो रही है।
जीएसटी की टीम को सूचना मिली कि टैक्स चोरी कर ट्रकों से कोटद्वार माल ले जाया जा रहा है। जिसके बाद रोशनाबाद मुख्यालय से टीम ने कोटद्वार में दो ट्रकों को रोका। कागजों की जांच की। ईवे बिल में मंगलौर की फर्म से दोनों ट्रकों में माल लोड होकर पश्चिम बंगाल जाना मिला। लेकिन जब फर्म की ऑनलाइन जांच की तो खुलासा हुआ कि फर्म की सभी खरीद मुजफ्फरनगर से हुई है। माल की बिक्री पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश में होनी थी। लेकिन, ट्रक कोटद्वार में मिले। जिन टोल से आना दर्शाया गया वहां से ट्रक निकले ही नहीं।
जांच में फिलहाल मंगलौर में पंजीकृत कराई गई फर्म की ओर से 80 लाख से लेकर एक करोड़ रुपये की कर चोरी सामने आई है। इसके साथ ही दोनों ट्रकों पर दस लाख रुपये की पैनल्टी लगाई गई है। पैनल्टी का भुगतान करने के बाद ही ट्रक छूट पाएंगे।
मैसर्स बालाजी ट्रेडर्स के नाम से मंगलौर में पंजीकृत फर्म से करोड़ों रुपये का कार्य होता है। लेकिन कार्यालय पर न कोई कर्मचारी है। यहां टीम को एक टेबल और कुर्सी मिली। इसके अलावा कोई नहीं मिला। मकान की पहली मंजिल पर फर्म के नाम से कार्यालय बना है। फिलहाल जीएसटी की टीम की जांच में और भी खुलासा होने की उम्मीद है।
कोटद्वार और रुड़की के मंगलौर में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की विशेष टीम ने कार्रवाई करते हुए एक करोड़ रुपये की कर चोरी पकड़ी है। दो ट्रकों से टैक्स चोरी कर ले जाए जा रहे करोड़ों रुपये के मिल स्केल (लोहे का बुरादा सरीका) को जब्त कर लिया गया। जबकि फर्म का सर्वे किया गया तो सामने आया कि मंगलौर में केवल कागजों में ही फर्म संचालित हो रही है।
बृहस्पतिवार को जीएसटी की टीम को सूचना मिली कि टैक्स चोरी कर ट्रकों से कोटद्वार माल ले जाया जा रहा है। जिसके बाद रोशनाबाद मुख्यालय से टीम ने कोटद्वार में दो ट्रकों को रोका। कागजों की जांच की। ईवे बिल में मंगलौर की फर्म से दोनों ट्रकों में माल लोड होकर पश्चिम बंगाल जाना मिला। लेकिन जब फर्म की ऑनलाइन जांच की तो खुलासा हुआ कि फर्म की सभी खरीद मुजफ्फरनगर से हुई है। माल की बिक्री पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश में होनी थी। लेकिन, ट्रक कोटद्वार में मिले। जिन टोल से आना दर्शाया गया वहां से ट्रक निकले ही नहीं।
जांच में फिलहाल मंगलौर में पंजीकृत कराई गई फर्म की ओर से 80 लाख से लेकर एक करोड़ रुपये की कर चोरी सामने आई है। इसके साथ ही दोनों ट्रकों पर दस लाख रुपये की पैनल्टी लगाई गई है। पैनल्टी का भुगतान करने के बाद ही ट्रक छूट पाएंगे।
मैसर्स बालाजी ट्रेडर्स के नाम से मंगलौर में पंजीकृत फर्म से करोड़ों रुपये का कार्य होता है। लेकिन कार्यालय पर न कोई कर्मचारी है। यहां टीम को एक टेबल और कुर्सी मिली। इसके अलावा कोई नहीं मिला। मकान की पहली मंजिल पर फर्म के नाम से कार्यालय बना है। फिलहाल जीएसटी की टीम की जांच में और भी खुलासा होने की उम्मीद है।
जांच में 80 से एक करोड़ तक की टैक्स चोरी सामने आई है। अभी जांच चल रही है। माल जब्त करते हुए ट्रकों पर पैनल्टी लगा दी गई है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी। ज्वाइंट कमिश्नर, जीएसटी एसआईबी सुनीता पांडेय ने बताया कि जांच में 80 से एक करोड़ तक की टैक्स चोरी सामने आई है। अभी जांच चल रही है। माल जब्त करते हुए ट्रकों पर पैनल्टी लगा दी गई है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी।

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संपादक - कस्तूरी न्यूज़

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