उत्तराखण्ड
जिन्न से मरवा दूंगा माँ बाप को…धमकाकर पोर्न वीडियो दिखाता था मौलवी, पांच बच्चीयों का यौन शोषण
रुद्रपुर में अवैध मदरसे में मौलवी ने एक नहीं बल्कि पांच बच्चियों को पोर्न वीडियो दिखाकर उनका शारीरिक शोषण किया है। पांचों बच्चियों ने बयान में मौलवी की घिनौनी करतूत को उजागर किया है। एसएसपी ने बताया कि मौलवी ने उर्दू पढ़ाने के बहाने इंसानियत को शर्मसार करने वाली हरकत की है। वह बड़े लड़कों से बेहद सख्ती से पेश आता था। बड़े लड़के-लड़कियों को जल्दी घर भेज देता था। इसके बाद वह मस्जिद में बने एसी कमरे में एक-एककर बच्चियों को बुलाता था। बच्चियों को मोबाइल पर पोर्न वीडियो दिखाकर उनका शोषण करता था।
दो महीने पहले शाहबाद से आया था मौलवी
एसएसपी ने बताया कि मौलवी इससे पहले शाहबाद रामपुर में किसी मस्जिद में था। दो महीने पहले ही वह मलसी स्थित मस्जिद में आया था। अपने नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए उसने मस्जिद में भी अवैध मदरसा बनाया और डेढ़ महीने से वहां पढ़ाने के नाम पर छह से आठ साल की बच्चियों का शारीरिक शोषण कर रहा था। बताया कि पीड़ित बच्चियां स्कूलों में पढ़ती हैं और छुट्टी होने के बाद उर्दू पढ़ने मौलवी के पास जाती थीं। मौलवी के आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
जिन्न बुलाकर माता-पिता को मारने की देता था धमकी
मौलवी बच्चियों को डराकर रखता था ताकि उसकी करतूत उजागर न हो सके। वह बच्चियों को धमकी देता था कि अगर उन्होंने किसी को कुछ बताया तो वह जिन्न बुलाकर उनके माता-पिता को मार देगा। मौलवी की धमकियों से बच्चियां डरी हुई थीं। एसएसपी ने बताया कि मामले में बाल कल्याण समिति को पत्र लिखकर बच्चियों और परिजनों की काउंसलिंग करने के लिए कहा गया है।
सदन में भी गूंजा बच्चियों के यौन शोषण का मामला
गैरसैंण में चल रहे विधानसभा सत्र में भी अवैध मदरसे में बच्चियों के शोषण का मुद्दा गूंजा था। सत्र में विपक्ष के विधायकों ने प्रदेश में बढ़ रहे अपराधों पर चर्चा की थी। इस पर रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा ने कहा कि रुद्रपुर के मलसी गांव में मदरसे में मौलवी की ओर से बच्चियों को पोर्न वीडियो दिखाकर यौन उत्पीड़न का मामला आया है। मौलवी बच्चियों को डरा धमकाकर यह गंदा काम करता था। उत्तराखंड में अवैध मदरसों का संचालन, उसमें यौन उत्पीड़न जैसे मामले आए दिन आ रहे हैं। इनको कौन संरक्षण दे रहा है। कांग्रेस के जनप्रतिनिधि इस मुद्दे पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। क्या इस विषय पर चर्चा से उनका मुस्लिम वोट बैंक खतरे में आ जाएगा।