धर्म-संस्कृति
दिमाग को तेज बनाता है गायत्री मंत्र का उच्चारण! जानें इस मंत्र का महत्व
Gayatri Mantra Significance: हिंदू धर्म में गायत्री मंत्र का विशेष महत्व माना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि इस मंत्र का हर दिन जाप करने से व्यक्ति को परेशानियों से मुक्ति मिलती है और उसके जीवन में खुशियां आ जाती हैं. कई बार आपने भी गायत्री मंत्र का जाप किया होगा. गायत्री मंत्र का जिक्र पहली बार ऋग्वेद में किया गया था. यह मंत्र करीब 2500 से 3500 साल पहले संस्कृत में लिखा गया था. माना जाता है कि इस मंत्र का जाप सुनने वाले व्यक्तियों को भी इसका लाभ मिलता है. क्या आप इस मंत्र का अर्थ और महत्व जानते हैं? आपको गायत्री मंत्र के अर्थ और इसके जाप से होने वाले फायदों के बारे में बता रहे हैं.
क्या है गायत्री मंत्र का अर्थ?
“ॐ भूर्भव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।” ज्योतिषाचार्य वरुण कुमार पालीवाल के मुताबिक इस मंत्र का अर्थ होता है- ‘सृष्टिकर्ता प्रकाशमान परामात्मा के तेज का हम ध्यान करते हैं. परमात्मा का वह तेज हमारी बुद्धि को सन्मार्ग की ओर चलने के लिए प्रेरित करें.’ धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक यह मंत्र देवी गायत्री को समर्पित है. मां गायत्री को वेद माता और वेदों की जननी भी कहा जाता है. इस मंत्र का हिंदू धर्म में काफी महत्व है और बड़ी संख्या में लोग हर दिन इसका जाप करते हैं.
ज्योतिषाचार्य वरुण के मुताबिक शास्त्रों में लिखा हुआ है कि गायत्री मंत्र का उच्चारण शुद्ध अवस्था में ही करना चाहिए. आप सुबह, दोपहर और शाम तीन बार इस मंत्र का जाप कर सकते हैं. इसे त्रिकाल संध्या कहा जाता है.
जानें गायत्री मंत्र के लाभ
– माना जाता है कि गायत्री मंत्र का प्रतिदिन जाप करने से जिंदगी में सफलता और सुख की प्राप्ति होती है.
– गायत्री मंत्र का नियमित जाप करने से मन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. यह मंत्र हमारी बुद्धि को तेज बनाता है.
– व्यक्ति को एकाग्रता को बनाए रखने के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए.
– इस मंत्र का उच्चारण करने से शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं. इसके अलावा सांस लेने और तंत्रिका तंत्र के कामकाज में मदद मिलती है.
– यह मंत्र तनाव और चिंता को कम करके मन को शांत करता है.

