राजनीति
कपिल सिब्बल के सपा में जाने पर बोले केसी वेणुगोपाल, लोग आते-जाते रहते हैं
दिल्ली. कांग्रेस के दिग्गज नेता और पिछले कई महीनों से पार्टी से अलग-थलग रह रहे कपिल सिब्बल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और सपा की मदद से राज्यसभा के लिए नामांकन भरा है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने उन्हें राज्यसभा की सीट भी दे दी है. कपिल सिब्बल ने खुद कहा है कि उन्होंने 16 मई को ही कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. अब कपिल सिब्बल के कांग्रेस से निकलने पर पार्टी के महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा है कि लोग पार्टी में आते जाते रहते हैं. कपिल सिब्बल पिछले 30 साल से कांग्रेस पार्टी में थे. वे कई बार कांग्रेस सरकार में केंद्र में मंत्री भी बने.
सिब्बल ने कांग्रेस के मूल्यों में आस्था जताया है
एचटी की खबर के मुताबिक केसी वेणुगोपाल ने संकेत दिया कि कपिल सिब्बल के कांग्रेस छोड़ने पर किसी प्रकार की चर्चा नहीं होगी. इसके लिए किसी को दोषी भी नहीं ठहराया जाएगा. उन्होंने कहा कि पार्टी उदयपुर में चिंतन शिविर के बाद योजनाबद्ध तरीके से पुनर्निर्माण की प्रक्रिया में है. वेणुगोपाल ने कहा, कपिल सिब्बल ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था. पत्र में उन्होंने कांग्रेस के मूल्यों में अपना भरोसा जताया था. इसके अलावा उन्होंने कुछ नहीं कहा. पहले उन्हें अपनी स्थिति स्पष्ट करने दीजिए, उसके बाद हम कुछ बोल सकते हैं. वेणुगोपाल ने कहा, कांग्रेस पार्टी बहुत बड़ी है. यहां लोग पार्टी में आते-जाते रहते हैं. कुछ लोग अन्य पार्टी में शामिल होते हैं. मैं किसी ऐसे व्यक्ति पर आरोप नहीं लगाना चाहता जिसने पार्टी छोड़ी है.कांग्रेस एक विशाल पार्टी है जिसमें जगह की कोई कमी नहीं है.
मैं कांग्रेस के बारे में कुछ नहीं कहूंगा-कपिल सिब्बल
वेणुगोपाल ने कहा, कांग्रेस पार्टी का पूरी तरह से पुनर्निर्माण किया जाएगा. पार्टी व्यापक पुनर्गठन के साथ जनता के पास जाने का इरादा रखती है. पार्टी के प्रत्येक व्यक्ति को संगठन का काम मिला है. इससे पहले कपिल सिब्बल ने उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य के लिए नामांकन किया. कपिल सिब्बल के राज्यसभा का कार्यकाल जुलाई में समाप्त हो रहा है. नामांकन के बाद कपिल सिब्बल ने कहा, मैं कांग्रेस का नेता था लेकिन अब नहीं हूं. मैंने 16 मई को ही कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. मैं कांग्रेस के लिए कुछ नहीं कहना चाहूंगा. यह मेरे लिए उचित नहीं है. मैं अखिलेश यादवजी का आभारी हूं.

