उत्तराखण्ड
आईटीआई गैंग का सरगना और साथी गिरफ्तार, नुमाइश में हुई थी मारपीट
नुमाइश में चाकू और तलवारबाजी करने वाले आईटीआई गैंग के सरगना और उसके गुर्गे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से पूछताछ में गैंग के पांच और गुर्गों के नाम सामने आए हैं, जिसमें दो ऊधमसिंहनगर के हैं। पुलिस ने प्रकाश में आए सभी गुर्गों की तलाश में टीमें लगा दी हैं।
एमबी इंटर ट्रस्ट के ग्राउंड में लगी नुमाइश में बीती 20 जुलाई को जमकर अराजकता हुई थी। पार्किंग में शुल्क को लेकर हुए विवाद में पार्किंग के ठेकेदार आईटीआई गैंग के सरगना देवेंद्र बिष्ट व दूसरे गुट के बीच चाकू और तलवार चली, जिसमें एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था। कोतवाली पुलिस ने इस मामले में दोनों ओर से सात लोगों के खिलाफ नामजद व अज्ञात पर बलवा, मारपीट, धमकी, जानलेवा हमले की कोशिश व लूट की धारा में मुकदमा दर्ज कर था। कोतवाल उमेश मलिक ने बताया कि जांच की गई तो आईटीआई गैंग का मुखिया देवेंद्र बिष्ट, राजा महेश्वरी, नवीन मेहरा, देवेंद्र बोरा, करन मेहरा, ऊधमसिंह नगर के सिमरन सिंह और आशुतोष का नाम सामने आए।
देवेंद्र बिष्ट ने नुमाइश में पार्किंग का ठेका लिया था। देवेंद्र बिष्ट और करन मेहरा को पुलिस ने टीपी नगर बाईपास स्थित रामजाने भोजनालय के पास से गिरफ्तार किया। दोनों को जेल भेज दिया गया है। देवेन्द्र सिंह बिष्ट पुत्र बलवीर सिंह बिष्ट छड़ायल सुयाल गैस गोदाम रोड और करन मेहरा पुत्र गोपाल सिंह मेहरा तहसील कालोनी रोडवेज के पास का रहने वाला है। गैंग के राजा महेश्वरी, नवीन मेहरा, देवेंद्र बोरा और ऊधमसिंहनगर के सिमरन सिंह व आशुतोष भंडारी की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। पुलिस टीम में एसएसआई महेन्द्र प्रसाद, एसआई देवेन्द्र सिंह राणा, हेड कांस्टेबल संजीत राणा, कांस्टेबल बंशीधर जोशी, कांस्टेबल धीरेन्द्र अधिकारी थे।
2022 में हुआ था गिरफ्तार, जेल में बढ़ाया गैंग
वर्ष 2022 में एमबीपीजी कॉलेज में आईटीआई गैंग के सरगना देवेंद्र बिष्ट ने शुभम बिष्ट पर गोलियां चलाईं और कांटों से हमला किया था। यह विवाद क्रिकेट खेलने के दौरान हुआ था। इस मामले में देवेंद्र को जेल भेजा गया था। जेल में रहने के दौरान उसने अपने गैंग का और विस्तार किया। देवेंद्र ने जेल में बंद ऊधमसिंहनगर के सिमरन सिंह और आशुतोष भंडारी से दोस्ती गांठी और उन्हें भी अपने गैंग में शामिल कर लिया