उत्तराखण्ड
बूथों और जिलों से मिल रही जानकारी से कांग्रेस में उत्साह
देहरादून। Uttarakhand Election 2022 मतदान के दो दिन बाद विभिन्न क्षेत्रों से मिले फीडबैक से कांग्रेस में और अधिक उत्साह का संचार हुआ है। बूथों और जिला स्तर पर जुटाई गई जानकारी के आधार पर पार्टी मान रही है कि कमजोर समझे जाने वाले बूथों पर भी उसके पक्ष में अच्छा मतदान हुआ है। उधर, मतदान के बाद भाजपा में सिर फुटव्वल से कांग्रेस का मनोबल बढ़ गया है। पार्टी इसे अपने पक्ष में हुए मतदान के बाद सत्तारूढ़ भाजपा में उपजी हताशा के रूप में ले रही है।
प्रदेश में मतदान बीती 14 फरवरी को हुआ था। चुनाव के परिणाम 10 मार्च को आएंगे, लेकिन राजनीतिक दल बूथों, जिला स्तरीय संगठन के आधार पर मतदान के रुझान की पुख्ता सूचनाएं जुटाने में लगे हैं। मतदान के दो दिन बीतने के बाद प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारी एवं पार्टी प्रत्याशी मतदाताओं के रुख को लेकर ज्यादा पुख्ता सूचनाओं के लिए बुधवार को विभिन्न स्रोतों से संपर्क साधते रहे। पार्टी बूथ स्तरीय कार्यकर्त्ताओं के साथ बूथों पर तैनात टीम के सदस्यों से भी मतदान के बारे में वस्तुस्थिति जानने का प्रयास कर रही है। निचले स्तर पर प्राप्त आंकड़ों से प्रदेश संगठन को सूचित किया जा रहा है।
अब महिला मतदाताओं की ले रहे थाह
प्रदेश में मतदान का प्रतिशत 65.10 प्रतिशत से बढ़कर अब 65.37 प्रतिशत हो चुका है। निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आंकड़ों में यह पुष्टि हुई है कि महिलाओं ने मतदान में बढ़चढ़कर भागीदारी की। यह आंकड़ा आने के बाद पार्टी प्रत्याशियों ने नए सिरे से महिला मतदाताओं की थाह लेने की कोशिश तेज कर दी है। प्रदेश महामंत्री संगठन मथुरादत्त जोशी ने बताया कि मतदान को लेकर बूथ, ब्लाक और जिला इकाइयां विभिन्न स्रोतों से लगातार संपर्क कर रही हैं। जानकारी से यह सामने आ रहा है कि कांग्रेस के पक्ष में अच्छा मतदान हुआ है। उन्होंने दावा किया कि महिलाओं का अधिक मतदान कांग्रेस के चुनाव घोषणापत्र में किए गए वायदों का परिणाम है।
अंतरकलह भाजपा के लिए आईना: गोदियाल
मतदान के बाद भाजपा के खेमे में हलचल से कांग्रेस की बांछें खिली हैं। हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर जिले से लेकर पर्वतीय क्षेत्रों में भी भाजपा प्रत्याशियों और उनके समर्थकों की ओर से दिखाई जा रही चिंता से कांग्रेस जीत के अपने दावे को लेकर अधिक आश्वस्त दिखने लगी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि मतदान के बाद भाजपा में अंतरकलह उसके लिए आईने की तरह है। अनुशासन के नाम पर दूसरे दलों को उपदेश देने वाली पार्टी मतदान के बाद से ही निराश दिख रही है। बेहतर होगा कि भाजपा को दूसरों पर आरोप लगाने से पहले सोच-विचार करे।साभार न्यू मीडिया।