दुर्घटना
हल्द्वानी के टांडा जंगल में हाथी देखने के चक्कर में कैंटर ने मारी ब्रेक तो पीछे से भिड़ी बस
हल्द्वानी: दिल्ली से लौट रोडवेज के हल्द्वानी डिपो की बस सोमवार सुबह टांडा जंगल में कैंटर के पीछे घुस गई। हादसे में चालक-परिचालक समेत छह लोगों को चोट आई है। चालक की एक टांग भी टूट गई। आपरेशन के जरिये उपचार होगा। रोडवेज अफसरों के मुताबिक सुबह के वक्त सड़क पार कर चुके हाथी को देखने के चक्कर में कैंटर चालक ने अचानक ब्रेक लगा दिए। जिस वजह से यह हादसा हुआ।
हल्द्वानी डिपो के एआरएम सुरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि सुबह साढ़े पांच बजे करीब बेलबाबा से एक किमी पहले जंगल क्षेत्र में यह हादसा हुआ। चालक मंगल सिंह और महिला परिचालक सुमन दिल्ली से गाड़ी लेकर लौट रहे थे। तभी आगे चल रहे चालक ने हाथी के चक्कर में ब्रेक लगा दिए। जिस वजह से कैंटर की बाडी में बस टकरा गई। नींद में होने के कारण चार यात्रियों को भी हल्की चोट आई। जिनका बेस व एसटीएच में उपचार होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।
रोडवेज के मुताबिक चालक का एक पांव टूट गया है। परिचालक सुमन को भी चोट पहुंची। उपचार के लिए मंगल सिंह को एसटीएच में लाया गया। जहां रोडवेज अफसर भी हाल-चाल जानने पहुंचे थे। वहीं, बीच सड़क खड़ी रोडवेज बस को पुलिस ने क्रेन की मदद से साइड करा यातायात सुचारू करवाया। एआरएम सुरेंद्र सिंह बिष्ट के मुताबिक हादसे के बाद कैंटर चालक गाड़ी लेकर निकल गया था।
सोलर फेंसिंग का काम भी राडार पर
भाखड़ा रेंज की जांच के दौरान सोलर फेंसिंग का काम भी राडार पर आ चुका है। सूत्रों की माने तो दस्तावेजों के हिसाब से फेंसिंग का काम पूरा नहीं किया गया। जांच रिपोर्ट पूरी होते ही स्थिति पूरी तरह साफ हो जाएगी।
भाखड़ा रेंज में तालाब की मिट्टी गायब होने और मरम्मत का कार्य पूर्ण नहीं होने पर डीएफओ तराई केंद्रीय डा. अभिलाषा सिंह ने रेंजर तनुजा परिहार को अटैच करने के साथ एक फारेस्ट गार्ड को निलंबित किया था।
तीन वन दारोगा का मामला वन संरक्षक स्तर पर अटका है। जांच पूरी करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था। सूत्रों की माने तो सोलर फेंसिंग से जुड़ा काम भी पूरा नहीं पाया गया।

