हल्द्वानी
रेलवे प्रकरण हल्द्वानी- बस्ती बचाने के लिए बच्चों ने अब याचिकर्ता से लगाई ये गुहार….
हल्द्वानी। रेलवे बनाम जनता की भूमि मामले में ‘बस्ती बचाओ संघर्ष समिति’ ने इस मामले में हाईकोर्ट में याचिकर्ता रविशंकर जोशी से याचिका को वापस लेने की गुहार लगाई है। इस सम्बंध में समिति की ओर से रविशंकर को उनके गौलापार स्थित आवास पर ज्ञापन सौंपने जाना था लेकिन रविशंकर जोशी ने स्पष्ट मना कर दिया, जिसके बाद समिति ने तिकोनिया स्थित बुद्धपार्क में एक सभा की जिसमें रविशंकर जोशी से आग्रह किया गया कि वे अपनी याचिका वापस ले लें, ताकि बनभूलपुरा इलाके में स्कूल, कॉलेज आदि शिक्षण संस्थान कायम रहें और बच्चों का भविष्य सुरक्षित रहे। सभा में संयोजक टीकाराम पांडेय ने कहा कि रविशंकर जोशी की याचिका को आधार बनाकर रेलवे बनभूलपुरा के हजारों परिवारों को उजाड़ना चाह रहा है। बनभूलपुरा में रेलवे का जमीन पर स्वामित्व का दावा झूठा है। रेलवे के पास मालिकाना के कोई दस्तावेज नहीं हैं।
उत्तराखंड सरकार ने भी उच्च न्यायालय में शपथपूर्वक साफ-साफ शब्दों में कहा है कि भूमि हड़पने के इरादे से सरकारी भूमि, निजी मालिकाने की भूमि व अतिक्रमणाधीन भूमि पर दावा कर रहा है। जोकि न्याय संगत नहीं है। पछास के महेश ने कहा कि हमारे बस्ती में सरकारी प्राथमिक स्कूल, माध्यमिक स्कूल, बालिका इंटर कॉलेज, बालक इंटर कॉलेज, सरकारी चिकित्सालय, आंगनबाड़ी केंद्र आदि सरकारी संस्थान भी बने हैं। यहां पर सरकार द्वारा सड़क, बिजली, पानी आदि सुविधाएं भी दी गयी हैं। रजनी जोशी ने कहा कि बनभूलपुरा में ज्यादातर मेहनत-मजदूरी करने वाले लोग रहते हैं। जो मुश्किल से अपना गुजारा कर पाते हैं। लोगों ने जिंदगीभर की पाई-पाई जोड़कर कच्चे मकान, आधे पक्के मकान या कुछ पक्के मकान बनाए हैं।
हजारों परिवारों पर बेघर होने का खतरा मंडरा रहा है। नसीम ने कहा कि हमें पूरा विश्वास है रविशंकर जोशी एक नेकदिल, इंसाफसंद इंसान हैं। हमें यकीन है कि आप रेलवे को अपनी याचिका को आधार बनाकर यह अन्याय हमारे साथ और हजारों परिवारों के साथ नहीं करने देंगे। सभा का संचालन कक्षा 8 के अनुराग और कक्षा 6 की इन्शा ने किया। इस दौरान कार्यक्रम में अनुराग, इन्शा, आफताब आलम, शाहजेब, खिजरा, आलिया, टीकाराम पांडे, रजनी जोशी, महेश चंद्र, रीना, अफसरी देवी, नसीम, रियासत, वासित सहित सैकड़ों बच्चे वह महिलाएं शामिल थे।

