हल्द्वानी
हल्द्वानी में रसोई गैस की कालाबाजारी का भंडाफोड़, 35 सिलिंडर जब्त, दो गिरफ्तार
पूर्ति विभाग ने पुलिस के सहयोग से रसोई गैस की कालाबाजारी का भंडाफोड़ किया है। विभाग की टीम ने कालाढूंगी रोड स्थित मंगोली कस्बे में एक वाहन से 20 खाली घरेलू व 15 भरे हुए व्यावसायिक सिलिंडर पकड़े हैं। इस मामले में दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस व पूर्ति विभाग की पूछताछ में पता चला है कि पकड़े गए लोग लंबे समय से रसोई गैस के घेरलू सिलिंडर से गैस को व्यावसायिक सिलिंडर में भरकर अवैध कमाई कर रहे थे और होटलों में व्यावसायिक सिलिंडर सौ रुपया सस्ता बेचते थे।
मंगलवार को मुखबिर की सूचना पर पूर्ति निरीक्षक रवि सनवाल व पूर्ति निरीक्षक सुरेंद्र सिंह बिष्ट रसोई गैस की कालाबाजारी का भंडाफोड़ करने के अभियान पर निकले। कालाढूंगी रोड पर मंगोली कस्बे के पास उन्हें वाहन संख्या यूके-04 टीफ 8377 में दो लोग रसोई गैस सिलिंडर लोड करते हुए नजर आए। चौकी इंचार्ज डीएस पांगती व पुलिस कर्मियों की मदद से वाहन की चेकिंग की तो 15 व्यावसायिक सिलिंडर भरे हुए मिले जबकि गाड़ी के पीछे तलाशी ली तो कपड़े के नीचे छिपाकर रखे 20 खाली घरेलू सिलिंडर मिले।
पूछताछ में आरोपितों ने अपना नाम आशु धीमान निवासी स्टेट बैंक के सामने वार्ड नंबर आठ हरिद्वार रोड लक्सर, हाल निवासी स्टाफ हाउस सात नंबर नैनीताल व दूसरे ने पूरन सिंह रावत निवासी ग्राम भेवा मंगोली, नैनीताल बताया। आरोपित गैस सिलिंडरों के बारे में वैध कागजात नहीं दिखा सके। चेकिंग के दौरान गाड़ी की केबिन से सफेद धातू की बांसुरी बरामद की गई, जिसका उपयोग घरेलू सिलिंडर से व्यवसायिक सिलिंडरों की रिफलिंग में किया जाता था।
पूर्ति विभाग की तहरीर पर पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही सिलिंडरों को सुरक्षा की दृष्टि से केएमवीएन की पर्वत गैस एजेेंसी के सुपुर्द कर दिया गया है। पुलिस ने उनके पास से दो मोबाइल भी बरामद किए हैं। पूछताछ में आरोपित धीमान ने सांवरिया इंडेन गैस का बिल दिखाया, जिसका अनुबंध पत्र बिशन सिंह के नाम जारी किया गया था। यह अनुबंध पत्र 30 अप्रैल तक ही वैध था। पुलिस ने वाहन को भी सीज कर दिया है। पूर्ति निरीक्षक सुरेंद्र बिष्ट ने बताया कि दोनों आरोपित किसी गिरोह के सदस्य तो नहीं हैं, इसकी पुलिस जांच कर रही है। साथ ही कहा कि व्यावसायिक सिलिंडर के रेट दुगने होने की वजह से घरेलू सिलिंडर से गैस रिफलिंग की जा रही थी।