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काशीपुर में “आई लव मोहम्मद” जुलूस, पुलिस पर पथराव, वर्दी फाड़ी… 500 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा
काशीपुर में “आई लव मोहम्मद” जुलूस को लेकर बवालकाशीपुर (उधमसिंहनगर) में रविवार देर रात बिना अनुमति निकाले गए “आई लव मोहम्मद” जुलूस ने शहर का माहौल गरमा दिया। जानकारी के मुताबिक, रात करीब 10 बजे अल्ली ख़ाँ इलाके में कुछ लोग अचानक सड़क पर उतर आए और हाथों में झंडे लेकर नारेबाज़ी शुरू कर दी। “आई लव मोहम्मद” लिखे झंडों और बैनरों के साथ यह जुलूस बढ़ता गया, जिससे क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया। पुलिस को सूचना मिली तो तुरंत बल मौके पर पहुँचा। अधिकारियों ने जुलूस रोकने और भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की, लेकिन स्थिति बिगड़ गई। कुछ युवाओं ने पुलिस दल का विरोध किया और पथराव कर दिया। पत्थरबाज़ी में पुलिस की एक गाड़ी के शीशे टूट गए और अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए भीड़ को खदेड़ा और हालात काबू में किए। घटना के बाद इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी तरह की नई अशांति न हो।
एएसपी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि जुलूस पूरी तरह अवैध था क्योंकि इसकी अनुमति प्रशासन से नहीं ली गई थी। पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और जो भी अराजकता फैलाने में शामिल पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। सोशल मीडिया पर इस घटना के वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिससे माहौल और संवेदनशील हो गया है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि किसी भी तरह की भड़काऊ पोस्ट या बयान पर तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना ने काशीपुर में साम्प्रदायिक सौहार्द पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बिना अनुमति धार्मिक जुलूस निकालने और फिर पुलिस पर पथराव करने की घटना को गंभीर मानते हुए शासन स्तर पर भी रिपोर्ट तलब की गई है। जिले के वरिष्ठ अधिकारी हालात पर नजर बनाए हुए हैं।“आई लव मोहम्मद” जुलूस की यह घटना प्रशासन की चुनौतियाँ बढ़ाने वाली साबित हुई है और इलाके में तनाव का कारण बनी है।[
“आई लव मोहम्मद” जुलूस पर नियंत्रण लगाने गई पुलिस टीम पर लाठी-डंडों से हमला और पथराव की घटना के बाद एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने काशीपुर में डेरा डाल दिया है और पीएसी तैनात कर दी है।पुलिसकर्मियों से मारपीट, गाली-गलौच, सरकारी वाहनों में तोड़फोड़ और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों की वीडियो के आधार पर पहचान की जा रही है और घर घर तलाशी की जा रही है। काशीपुर कोतवाली के एसएसआई अनिल जोशी की तहरीर पर नदीम अख्तर, हनीफ गांधी, दानिश चौधरी सहित 400–500 अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी शुरू कर दी गई है। मामले की जांच टांडा चौकी इंचार्ज एसआई सुनील सुतेड़ी को सौंपी गई है।
पुलिस के मुताबिक, 21 सितंबर की रात करीब 9:40 बजे सूचना मिली कि अल्ली खां इलाके में बड़ी संख्या में लोग बिना अनुमति जुलूस निकाल रहे हैं। जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो भीड़ ने वाल्मीकि बस्ती की ओर बढ़ते हुए पुलिसकर्मियों को घेर लिया और धक्का-मुक्की, लात-घूंसे और गाली-गलौच करने लगी।इस दौरान डायल 112 की गाड़ी (UK 01 GA-0336) और थाना वाहन (UK 07 GA-4524) के शीशे व बोनट तोड़ दिए गए। भीड़ ने पुलिसकर्मियों की वर्दी तक फाड़ दी और सरकारी कार्य में बाधा डालते हुए दहशत का माहौल पैदा किया।पुलिस ने आरोपियों पर बीएनएस की धारा 191(2), 191(3), 121(1), 132, 221, 352, 351(2), 324(3), 190 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि पुलिस पर हमला करने,पुलिस प्रशासन के वाहनों में तोड़फोड़ करने वालों की पहचान हों रही है। इनके द्वारा सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है लिहाजा इनके खिलाफ दंगा निरोधी धाराओं पर कारवाई की जा रही खबर है कि आरोपियों ने नैनीताल हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत के प्रयास शुरू कर दिए है।सीएम धामी को जानकारीकाशीपुर की घटना को लेकर नगर निगम मेयर दीपक बाली सहित अन्य जन प्रतिनिधियों ने सीएम पुष्कर सिंह धामी को अवगत कराया है। सीएम धामी ने स्पष्ट कहा है कि अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आरोपियों के खिलाफ सख्त धाराओं में मामले दर्ज किए जाएंगे।

