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यहां डीएम की कार्यप्रणाली से अफसर टाइट, जनता के काम राइट… जिला स्तरीय अधिकारियों को अपना टूर प्रोग्राम भी देना होगा जिलाधिकारी को
- डीएम के कड़े तेवर एवं क्विक एक्शन, की कार्य संस्कृति से आज तीन गुना अधिक लोग आए जनमिलन कार्यक्रम में
- अधिकांश ऐसे लोगों की समस्याओ का मौके में समाधान किया गया, जिसके लिए वे लम्बे समय से दफ्तरों के काट रहे थे चक्कर
- जन समस्याओं को लटकाने वाले अधिकारियों को जिलाधिकारी ने लिया आडे हाथों,कहा यहां रहना हैँ तो काम तो करना ही होगा
चंपावत। जिलाधिकारी मनीष कुमार के आक्रामक एवं जन समस्याओं के त्वरित समाधान के साथ क्विक एक्शन की कार्य संस्कृति से लोग जिला प्रशासन के नजदीक आते जा रहे हैं। दूसरे सोमवार को आयोजित जन मिलन कार्यक्रम में तीन गुना अधिक लोग अपनी समस्याएं लेकर आए हुए थे जिसमें अधिकांश ऐसी समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया गया जिसके लिए वे दफ्तरों के चक्कर काटते काटते थक चुके थे | जिलाधिकारी के क्विक एक्शन की कार्य संस्कृति की चपेट में आये कई अधिकारियों क़ो आडे हाथों लिया गया जबकि पीएमजीएसवाई चंपावत के ईई के विरुद्ध वेतन रोकने तथा विभागीय सचिव को भी लिखा गया। इस विभाग के कायों की गुणवत्ता को लेकर भी जिलाधिकारी काफी नाराज थे उन्होंने सीएम हेल्पलाइन में शिकायतों की संख्या शून्य करने के लिए अधिकारियों से कहा कि वे जन समस्याओं का तेजी के साथ समाधान करेंगे तो लोगों को आगे शिकायत करने का मौका ही नहीं मिलेगा।
उन्होंने अधिकारियों से यह भी स्पष्ट किया कि मॉडल जिले में रहते हुए तो उन्हें कार्यों को लटकाने व लोगों को टरकाने की प्रवृत्ति छोड़नी ही पड़ेगी। सीएम की घोषणाओं को कार्य रूप देने के लिए अधिकारी पूरी तरह उत्तरदाई होंगे। 15 जुलाई तक जल निगम,लोहाघाट सरयू पेयजल योजना की डीपीआर प्रस्तुत कर देगा, लोहाघाट में फोर्ती एवं चंपावत में सिमल्टा को मॉडल गांव के रूप में विकसित किया जाएगा, हरेला पर्व में सभी विभागों द्वारा 46हजार जड़ी बूटी के पौध लगाए जाएंगे, जबकि वन एवं फलदार पौधों का अलग से रोपण किया जायेगा,अब बेल वाली सब्जियां, खीरे आदि के लिए पेड़ो को होने वाले नुकसान को देखते हुए किसानों को लोहे की जालियां एंगल आदि उपलब्ध किए जाएंगे पूरे जिले में मौन पालन कार्यक्रम को कुटीर उद्योग के रूप में विकसित करने के लिए उद्यान विभाग कार्ययोजना तैयार करेगा।
जिलाधिकारी ने पूर्वजों की विरासत घराट को पर्यटन की दृष्टि से पुनर्जीवित कर रिखोली,पारस, जोगा बसान आदि गांव में भांग की खेती करने वालों के विरुद्ध तत्काल पुलिस कार्रवाई करने के साथ वहां जीआईएस मेपिंग के भी निर्देश दिए।
जनता दरबार में सीडीओ डॉ जीएस खाती, एडीएम जयवर्धन शर्मा, सीएमओ डॉ देवेश चौहान सहित सभी विभागाध्यक्ष मौजूद थे।
- चौड़ाकोट की अनाथ बच्ची के लिए वरदान साबित हुआ यह जन मिलन कार्यक्रम
चंपावत। अपने ऊपर माता-पिता का साया खो चुकी, चौड़ाकोट की जीवंती मौनी के लिए यह जन मिलन कार्यक्रम वरदान साबित हुआ। जीवन से निराश एवं हताश जीवंती को उस समय आश्चर्य जनक रूप से खुशी हुई,जब जिलाधिकारी ने कहा कि दोनों अनाथ बहनों को पेंशन देने के साथ उनके पिता द्वारा लिए गए किसान ऋण की 80हजार रुपए की धनराशि को भी माफ करने का आश्वासन दिया।
चंपावत। मॉडल जिले में “फास्ट स्पीड” से कार्य करने के लिए जिला स्तरीय एवं अन्य अधिकारियों को अब अपना टूर प्रोग्राम जिलाधिकारी को देना होगा। इसी के साथ उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण कर यह बताना होगा कि उन्होंने वहां जाकर जनता की कौन सी समस्या का समाधान किया? जिले के अब प्रत्येक विभाग को अपने पांच अच्छे कार्यों की सूची देनी होगी। किसी भी कार्यालय में लोगों की फाइलें लटकाने के बजाय उसमें “क्विक एक्शन” लेना होगा जिससे एक ही समस्या को लेकर वह व्यक्ति जिला मुख्यालय में दुबारा ना आ सके। जिलाधिकारी का कहना है कि मॉडल जिले का मतलब सरकारी धन खपाना नहीं बल्कि हमारे द्वारा ऐसे कार्य किए जाने हैं जिनका अनुसरण अन्य हिमालयी राज्यों के लोग कर सके।चंपावत को मॉडल जिला बनाने के लिए साधन व संसाधनों की कोई कमी नहीं है। जरूरत है अधिकारी विकास के नए आइडिया एवं सोच से ऐसा कार्य करें जो उनके कार्यकाल की ऐसी पहचान बन सके जिसे लोग भी याद कर सके। जिलाधिकारी की लगातार 12 घंटे कार्य करने की संस्कृति का ऐसा तात्कालिक असर दिखाई दिया कि शुक्रवार के अपराह्न से गायब होने वाले एवं सोमवार को फुर्सत से आने वाले अधिकारियों ने अपना टाइम टेबल ही ऐसा बदल दिया है कि अब आज का काम कल के लिए नहीं छोड़ रहे हैं तथा उनसे मिलने आए लोगों को वे इतना संतुष्ट कर रहे हैं कि वह उस समस्या को लेकर डीएम के सामने ना जा सके।

