उत्तराखण्ड
हर दा फिर उखड़े: बोले, भाजपा के पाले में गए उज्याड़ू बल्द…
स्वाभाविक है, कुछ भाजपा के पाले में गये उज्याडू़ बल्द और भाजपा के माननीय प्रवक्ता गैरसैंण को लेकर मेरी तथ्यात्मक बात से बौखलाकर वक्तव्य दे रहे हैं। यह सत्यता है कि जिस तेजी से और जिस दिशा की तरफ 2016 में हमारी सरकार चल रही थी और हमने जो बजट पारित करवाया था, यदि सरकार भंग नहीं होती और विधानसभा द्वारा पारित बजट प्रस्तावों को 4 महीने उलझा नहीं दिया गया होता तो गैरसैंण के यक्ष प्रश्न का भी आज समाधान होता और 9 जिले भी अस्तित्व में आ गए होते। भाजपा न केवल गैरसैंण के पापियों को अपनाए हुए है, भाजपा ने अब विधानसभा का भी एक संस्था के रूप में अवमूल्यन कर दिया गया है। विधानसभा में पारित नगर निकाय आदि को लेकर के स्पीकर द्वारा पारित घोषित विधेयक को पर्वर समिति को भेजना विधानसभा के अवमूल्यन का सबसे ज्वलंत उदाहरण है और भाजपा यही नहीं रुकी है नगर निकायों, नगर पालिकाओं आदि के चुनाव में आसन्न हर से घबराई हुई पार्टी ने माननीय उच्च न्यायालय की अवमानना करने का भी रास्ता निकल रहे हैं।