दुर्घटना
हल्द्वानी: बेटे का दाखिला करा कानपुर से वापस आ रहे पिता की धड़कनें थम गई ट्रेन में
बेटे का दाखिला कराने कानपुर गए पिता की मौत हो गई। वह ट्रेन से घर वापस लौट रहे थे। परिजन रात भर उन्हें फोन करते रहे, लेकिन फोन नहीं उठा। ट्रेन लालकुआं पहुंची तो एक अंजान व्यक्ति ने फोन रिसीव कर परिजनों को उनके ट्रेन में पड़े होने की सूचना दी। डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल में चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा निवासी कमलाकांत छिमवाल (47 वर्ष) एक दवा कंपनी में काम करते थे। यहां दो बेटों व परिवार के साथ रहते थे। कमलकांत के परिजन भूपेश छिमवाल ने बताया कि उनका बड़ा बेटा पैथोलॉजी का कोर्स कर रहा है और छोटे बेटे का आईआईटी कानपुर में चयन हो गया था।
वह छोटे बेटे का दाखिला कराने कानपुर गए थे। शाम को उन्होंने घरवालों को कॉल करके वापस लौटने की बात कही और बताया कि वह ट्रेन से लौट रहे थे। देर रात घरवालों ने उन्हें फिर फोन किया, लेकिन कई फोन के बाद भी उनका फोन नहीं उठा। सुबह करीब सात बजे ट्रेन लालकुआं पहुंची तो उनका फोन एक अंजान व्यक्ति ने उठाया। कहा कि ये ट्रेन में अचेत पड़े हैं। कमलाकांत को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया