उत्तराखण्ड
किशोरी से दरिंदगी मामले में पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में आठ अधिकारियों की एसआईटी का गठन
आईएसबीटी में किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच अब एसआईटी करेगी। एसएसपी ने पुलिस अधीक्षक नगर के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आईएसबीटी पर किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म की घटना की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। इसमें पुलिस अधीक्षक नगर प्रमोद कुमार को प्रभारी बनाया गया है।
एसआईटी ने दिल्ली से देहरादून तक बस चलने से लेकर बीच में रुकने वाले ढाबों व आईएसबीटी तक की फुटेज लेने के लिए सर्विलांस टीम को लगा दिया है। इसके साथ ही एसआईटी जल्द ही साक्ष्यों को पुख्ता करने के लिए आरोपियों की कस्टडी रिमांड ले सकती है। एसएसपी अजय सिंह ने एसआईटी में नियुक्त अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि घटना के सभी पहलुओं पर गहन जांच कर घटना में शामिल सभी आरोपियों के विरुद्ध प्रभावी एवं सुसंगत साक्ष्यों को एकत्र किया जाए। इनके आधार पर न्यायालय में भी ठोस पैरवी की जाए। एसएसपी एसआईटी की कार्यवाही की हर दिन समीक्षा करेंगे।
ये अधिकारी किए एसआईटी में शामिल- प्रमोद कुमार, पुलिस अधीक्षक नगर, एसआईटी प्रभारी- अनिल जोशी, क्षेत्राधिकारी सदर- रीना राठौर, क्षेत्राधिकारी प्रेमनगर- कमल कुमार, प्रभारी निरीक्षक पटेलनगर- शंकर सिंह बिष्ट, प्रभारी एसओजी नगर- महिला उपनिरीक्षक ज्योति कन्याल, थाना पटेलनगर- महिला उपनिरीक्षक विनीता चौहान, थाना कैंट- आशीष कुमार, प्रभारी फील्ड यूनिट
जेल भेजे गए किशोरी से दुष्कर्म के पांचों आरोपी
आईएसबीटी में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के पांचों आरोपियों को पुलिस ने सोमवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। आईएसबीटी पर मुरादाबाद की किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने शनिवार को मुकदमा दर्ज किया था। हालांकि यह घटना 12 अगस्त की रात की है। घटना के बाद पहले राजकीय बालिका निकेतन की काउंसलिंग हुई, इसमें खुलासा होने पर शनिवार को मुकदमा किया गया।बस की पूरी हुई फोरेंसिक जांच, रिपोर्ट का इंतजारआईएसबीटी में किशोरी से जिस बस में सामूहिक दुष्कर्म किया गया, पुलिस ने उस बस को कब्जे में लेकर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा था। रविवार को दिनभर फोरेंसिक टीम ने बस की जांच की। पुलिस को अब इसकी रिपोर्ट का इंतजार है। फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट बुधवार तक आने की उम्मीद है।