उत्तराखण्ड
अंकिता के घर पहुंचे किसान नेता टिकैत: रिसॉर्ट में सबूत मिटाने को हो तोड़ा गया अंकिता का कमरा
श्रीनगर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अंकिता भंडारी मर्डर केस पर उत्तराखंड सरकार को आड़े हाथों लिया है। कहा कि अंकिता केस में ठीक ढंग से जांच नहीं हो रही है। रिजॉर्ट में अंकिता के कमरे को अचानक ही तोड़े जाने पर टिकैत ने कई सवाल खड़े किए हैं।
सबूतों को छुपाने के लिए सिर्फ एक कमरे को ही तोड़ा गया है। अंकिता के पोस्टमार्टम पर भी सवाल उठाते हुए टिकैत ने कहा कि पोस्टमार्टम के दौरान एक भी महिला चिकित्सक मौजद नहीं थी। बताया कि अंकिता के हत्यारों को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए आगामी 10 अक्तूबर भारतीय किसान यूनियन जिलाधिकारी, पौड़ी को ज्ञापन सौंपेगी।
बुधवार को अंकिता भंडारी के घर उनके परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे। कहा कि यह बहुत ही गंभीर मामला है कि अंकिता जिस ‘वनंतरा रिजॉर्ट’ में बतौर रिस्पेशनिस्ट का काम कर रही थी, उसे अवैध तरीके से बनाया गया। टिकैत ने रिजॉर्ट तोड़े जाने पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि हत्याकांड के एकमात्र स्थल से सबूतों को गायब करने के लिए यह कारनामा किया गया।
कहा कि इससे साफ है कि आरोपियों को बचाने की पूरी योजना चल रही है। उन्होंने सरकार से आरोपियों को सख्त सजा दिलाए जाने की मांग की। टिकैत ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में इस तरह की घटना से पूरा देश आहत है। इस घटना से सभी भारतवासी दुखी हैं। कहा कि पूरा देश बेटी को न्याय दिलाने में उनके साथ खड़ा है।
कहा कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। जिससे उत्तराखंड न्याय के मामले में भी पूरे देश के लिए नजीर बन सके। उन्होंने अंकिता भंडारी के परिजनों से कहा कि आप इस मामले में मजबूती से खड़े रहोगे तो पूरा देश आपके साथ है। कहा कि दोषियों को किसी भी सूरत में नहीं बक्शा जाना चाहिए। वहीं अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने एक बार फिर बेटी के हत्यारों को फांसी की सजा दिलाने की मांग उठाई।