उत्तराखण्ड
पत्नी को प्रधान बनाने को बनवा दिए जाली प्रमाण पत्र, प्रधान पति गिरफ्तार, प्रधान को नोटिस
पिथौरागढ़। पत्नी को प्रधान बनने के लिए प्रधान पति ने पत्नी के फर्जी दस्तावेज बना डाले। वर्ष 2019 की इस शिकायत पर अब अमल हुआ है और पुलिस ने प्रधान पति को गिरफ्तार कर लिया है जबकि प्रधान को फर्जी दस्तावेजों के मामले में नोटिस दे दिया गया है। कार्यकाल पूरा होने जा रहे प्रधान और प्रधान पति के खिलाफ अब इस मामले में कार्रवाई होने के बाद यह मामला पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।
फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र बनाकर प्रधान के चुनाव में धोखाधड़ी करने पर प्रधान पति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फर्जी प्रमाण पत्र बनाने पर प्रधान को नोटिस दिया गया है। प्रमाण पत्र बनाने में संलिप्त विद्यालय के तत्कालीन प्रधानाचार्य व सहयोग करने पर एक व्यक्ति पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
धारचूला निवासी हरी प्रसाद टम्टा ने गलाती की प्रधान हेमा देवी के फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के आधार पर चुनाव में धोखाधड़ी को लेकर तीन मार्च 2019 में डीएम से शिकायत की। शिकायती पत्र में बताया कि हेमा देवी ने चुनाव लड़ते समय कक्षा-5 व 8 के जाली प्रमाण पत्र एक निजी विद्यालय से बनवाकर निर्वाचन कार्यालय धारचूला व डीएम को झूठी जानकारी दी।
इस मामले में डीएम कार्यालय की तरफ से तहरीर एसपी को दी गई। एसपी के निर्देश पर धारचूला थाने में गलाती निवासी हेमा देवी, बगीचा निवासी पुष्कर वर्मा व गायत्री विद्या मंदिर के तत्कालीन प्रधानाचार्य के खिलाफ आईपीसी धारा-420, 467, 468, 471, 120बी में मुकदमा पंजीकृत किया गया। जांच में इस मामले में प्रधान हेमा के पति हरि प्रसाद मुख्य अभियुक्त होना पाया गया। शुक्रवार को एसआई मेघा शर्मा व पुलिस टीम ने प्रधान पति व मुख्य आरोपी हरी राम को गिरफ्तार किया है। उसे न्यायालय से न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।
गलाती निवासी हरी प्रसाद टम्टा ने फर्जी दस्तावेजों के साथ चुनाव लड़ने को लेकर 2019 में शिकायत डीएम को दी। बीते चार सालों से वह शासन व प्रशासन को इसको लेकर लगातार पत्र भेजते रहे। कहा कि अपराधी अभी तक स्वतंत्र होकर घूम रहे हैं जबकि इनको हिरासत में होना चाहिए था। उन्होंने इस प्रकरण में लिप्त अपराधियों व दोषियों से खुद को सुरक्षा देने की मांग भी उठाई है।