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ईवीएम पर फोड़ा ठीकरा, कुछ ने मोदी लहर को बताया कारण
देहरादून : विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद जीत हासिल करने वाले नवनिर्वाचित विधायकों के बीच जहां खुशी का माहौल है तो वहीं हारने वाले प्रत्याशी अपनी हार की समीक्षा कर रहे हैं। चुनाव हारने वाले ज्यादातर कांग्रेस प्रत्याशी ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहे हैं, तो कुछ भितरघात की बात कह रहे हैं। वह इस मामले को लेकर पार्टी फोरम में तक उठाने की बात कह रहे हैं। वहीं, कुछ कांग्रेस प्रत्याशियों ने हार का कारण मोदी फैक्टर को बताया है। कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने जनादेश को स्वीकार करते हुए अपनी हार पर मंथन करने की बात कही है।
भारी समर्थन के बाद चुनाव परिणाम समझ से परे
कैंट सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे सूर्यकात धस्माना ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जब तक चुनाव ईवीएम से होते रहेंगे, वह (भाजपा) जिसे चाहेंगे जिताएंगे, जिसे चाहेंगे हराएंगे। कहा कि यह जनादेश जनभावनाओं के अनुरूप नहीं है। जनभावनाएं यह नहीं थी, जो जनादेश आया है। हमारा फीडबैक अच्छा था। जो परिणाम आया है वह समझ से परे है।
हमने तो दिल जीता है: रामशरण
चकराता विधानसभा सीट से चुनाव में पराजित हुए भाजपा प्रत्याशी रामशरण नौटियाल ने कहा कि सीटें तो दुनियां जीतती है, हमने दिल जीता है। हमें 27417 मत मिले हैं वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम के हैं। प्राप्त मत परिवारवाद को बढ़ावा देने वाला और व्यक्तिगत नहीं, बल्कि पार्टी कैडर का है। कल तक जो यह कहते थे कि चकराता सीट पर हमारा व्यक्तिगत मत है, पार्टी का नहीं है। उन्हें इस बार के चुनाव में यह पता चल गया कि पार्टी का कितना वोट है। मुझे हराने के लिए नोटा डलवाया गया। निर्दलीय प्रत्याशी भी खड़े किए। मत प्रतिशत देखें तो भाजपा जीती है।
परिवर्तन के कारणों का पता करेंगे: नवप्रभात
विकासनगर विधानसभा सीट से पराजित कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व काबीना मंत्री नवप्रभात ने कहा कि उन्होंने व पार्टी के कार्यकत्र्ताओं ने पूरी मेहनत से चुनाव लड़ा। कभी-कभी उम्मीद के अनुसार नतीजे नहीं आते हैं। हार को लेकर परिवर्तन के कारणों का आकलन किया जाएगा। कार्यकत्र्ताओं से विमर्श कर मालूम करने की कोशिश करेंगे कि आखिर हमसे गलती कहां हुई। अभी कार्यकत्र्ताओं से प्रारंभिक विमर्श किया जा रहा है। जहां कमजोर कड़ी रही इस पर भविष्य में विशेष ध्यान दिया जाएगा।
जनादेश स्वीकार है: अग्रवाल
धर्मपुर सीट पर पराजित कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश अग्रवाल ने कहा कि इस चुनाव में जनता ने जो जनादेश दिया है, वह स्वीकार है। चुनाव में साइलेंट वोटर ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया, जो हजारों में रहा। अब चाहे वह मोदी फैक्टर हो या कुछ और। खासकर महिलाओं ने मोदी के नाम पर मतदान किया। हमने प्रयास किया और अच्छी टक्कर भी दी, लेकिन सफल नहीं हो सके। यह तो प्रारंभिक कारण हैं, बाकी पराजय के कारणों का विस्तृत विश्लेषण बाद में किया जाएगा।
कार्यकत्र्ताओं संग हार के कारणों पर आर्येद्र ने किया मंथन
सहसपुर सीट से चुनाव हारने वाले कांग्रेस प्रत्याशी आर्येद्र शर्मा ने सुबह घर में पूजा की। उनके दून स्थित आवास में सुबह से ही कार्यकत्र्ता आने लग गए थे। सभी से उन्होंने हार के कारण जानने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि क्षेत्रवासियों ने मोदी के नाम पर मतदान किया। जबकि, उन्हें प्राप्त मत उनके व्यक्तिगत और पार्टी के कैडर वोट हैं।
माहौल के विपरीत आया परिणाम: हीरा
रायपुर सीट से दूसरे स्थान पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी हीरा सिंह बिष्ट ने अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ा है। उनका कहना है कि पूरा माहौल कांग्रेस के पक्ष में था। इसके बाद भी भाजपा को बढ़त मिलना बताता है कि ईवीएम में गड़बड़ी की गई है। जब तक ईवीएम रहेगी, तब तक भाजपा आती रहेगी। भारत को छोड़कर कोई भी देश ईवीएम से वोटिंग नहीं कराता है। चुनाव परिणाम की समीक्षा की जा रही है और जल्द इस मामले में सक्षम स्तर पर शिकायत दर्ज कराई जाएगी।
आगामी चुनाव में ईवीएम का करेंगे बहिष्कार: गोदावरी थापली
मसूरी विधानसभा सीट से पराजित हुई कांग्रेस प्रत्याशी गोदावरी थापली ने भाजपा पर ईवीएम में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी और क्षेत्र की जनता का पूर्ण समर्थन मिला। उनके पक्ष में भारी मतदान हुआ, लेकिन परिणाम इसके विपरीत आना हैरानी भरा है। इसमें निश्चित रूप से गड़बड़ी की गई है। आगामी चुनाव में वे ईवीएम का बहिष्कार करेंगे। कांग्रेस के अन्य प्रत्याशियों से भी उन्होंने इस संबंध में वार्ता की। इसे लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाने पर भी विचार किया जा रहा है।
पार्टी फोरम को देंगे भितरघात की जानकारी: रमोला
ऋषिकेश विधानसभा से पराजित कांग्रेस प्रत्याशी जयेंद्र रमोला ने भितरघात को हार का कारण बताया। कहा कि उन्होंने विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ा। चुनाव प्रचार के दौरान खुले तौर पर मतदाताओं में परिवर्तन की भावना दिखाई दी। अभियान के दौरान कहीं भी प्रत्यक्ष रूप से मोदी लहर नहीं दिखी। चुनाव परिणामों से साफ हो गया है कि जनता ने विकास नहीं बल्कि पार्टी विशेष को चुना है। टिकट की दौड़ में शामिल कुछ एक नेताओं ने अपना रंग दिखाया है। उन्होंने उनके साथ नहीं बल्कि पार्टी के साथ धोखा किया है। भितरघात की जानकारी पार्टी फोरम पर रखेंगे। पिछले चुनाव की तुलना में हमने इस चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया है।
भितरघात नहीं मोदी लहर बनी हार का कारण: राजकुमार
राजपुर रोड विधानसभा से हारे कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार ने भितरघात और मोदी लहर को हार का कारण बताया। उन्होंने कहा कि उनके पक्ष में माहौल बना हुआ था, लेकिन कुछ पार्टी नेता उनके खिलाफ कार्य कर रहे थे। साथ ही मोदी लहर के कारण भी भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान अधिक हुआ। अब हार के सभी कारणों की समीक्षा की जाएगी। विरोध में कार्य करने वाले नेताओं की शिकायत पार्टी फोरम से की जाएगी।
जनमत स्वीकार, जनता के बीच जाने का समय नहीं मिला: चौधरी
डोईवाला विधानसभा सीट से पराजित कांग्रेस प्रत्याशी गौरव चौधरी का कहना है कि विधानसभा चुनाव में आया जनमत स्वीकार करते हैं। उन्हें इस चुनाव में टिकट मिलने के बाद बहुत कम समय जनता के बीच पहुंचने के लिए मिला। वह अपनी बात का जनता तक नहीं पहुंचा पाए। जनता से जुड़े मुद्दों के साथ चुनाव लड़े थे। जबकि जनता ने स्थानीय मुद्दों को दरकिनार कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को तरजीह दी है। संगठन के स्तर पर कोई बड़ा भितरघात नहीं हुआ है। बहरहाल वे हमेशा ही किसान और आम नागरिकों के मुद्दों को लेकर संघर्ष करते रहे हैं और आगे भी जनता के लिए काम करते रहेंगे।

