उत्तराखण्ड
पूर्व लेखाकार की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 62 लाख रुपये की संपत्ति अटैच की
सावधि जमा (फिक्स्ड डिपॉजिट) के नाम पर लोगों का पैसा जमा कर धोखाधड़ी करने के मामले में सहकारी समिति विकासनगर की पूर्व लेखाकार की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 62 लाख रुपये की संपत्ति अटैच की है। इससे पहले ईडी पिछले साल इस पूर्व लेखाकार की 3.18 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर चुकी है। इनमें विकासनगर स्थित 12 फ्लैट शामिल थे।
जानकारी के मुताबिक भारती देवी सहकारी समिति विकासनगर में लेखाकार के पद पर तैनात थीं। उन्होंने बहुउद्देश्यीय किसान सेवा समिति में निवेश के नाम पर लोगों से पैसे जमा कराए। जमाकर्ताओं को अच्छा खासा लाभ दिलाने का दावा किया गया, लेकिन निवेशकों को कुछ नहीं मिला तो उन्होंने पुलिस से शिकायत की।
इसके बाद वर्ष 2020 में विकासनगर पुलिस ने भारती देवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। बताया गया था कि भारती देवी ने साढ़े तीन करोड़ रुपये का गबन किया है। इस बीच प्रवर्तन निदेशालय ने भी जांच शुरू की।
निदेशालय ने फरवरी-2023 को भारती देवी की 3.18 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की थी। ईडी अभी इस मामले की जांच कर रही थी। इसी बीच अब 62 लाख रुपये की संपत्ति अटैच की गई है।