उत्तराखण्ड
Uttarakhand Election 2022: इस हाट सीट पर भाजपा-कांग्रेस में कौन जूझ रहा किला बचाने को, किसकी कब्जाने की कोशिश
देहरादून। Uttarakhand Vidhan Sabha Election 2022 बदले समीकरणों में देहरादून जिले की धर्मपुर सीट इस बार हाट सीट बनती जा रही है। यहां भाजपा प्रत्याशी विनोद चमोली के सामने अपना किला बचाने के साथ अपनी ही पार्टी के बागी से निपटने की चुनौती है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश अग्रवाल ने इस किले को दोबारा कब्जाने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है। बसपा और उक्रांद के अलावा पहली बार यहां मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी भाजपा और कांग्रेस के वोट बैंक में सेंधमारी में जुटे हैं। ऐसे में मुकाबला रोचक होता दिखाई दे रहा है।
उत्तराखंड की सर्वाधिक मतदाता वाली धर्मपुर सीट इस बार जिले में प्रत्याशियों की संख्या के मामले में भी सबसे ऊपर है। क्षेत्रवार वर्गीकरण की बात करें तो इस सीट में दर्जनों पाश इलाके हैं और छोटी कालोनियां भी। मलिन बस्तियों की भी यहां भरमार है। वर्ष 2008 में हुए परिसीमन से अस्तित्व में आई मिश्रित आबादी वाली इस सीट पर वैसे तो 19 प्रत्याशी मैदान में हैं, मगर मुख्य मुकाबला भाजपा-कांग्रेस के बीच ही होना तय माना जा रहा है। इस सीट पर पहला चुनाव 2012 में हुआ, जिसमें कांग्रेस के दिनेश अग्रवाल ने जीत दर्ज की और भाजपा दूसरे स्थान पर रही। 2017 में यहां से भाजपा जीती। तब तत्कालीन महापौर विनोद चमोली ने कांग्रेस के दिनेश अग्रवाल को हराया।
भाजपा ने सिटिंग विधायक विनोद चमोली को एक बार फिर यहां मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस से तीन बार के विधायक एवं पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल मैदान में हैं। चुनावी रण में दोनों ने पूरी ताकत झोंकी हुई है। हालांकि, भाजपा प्रत्याशी के लिए बागी बीर सिंह पंवार परेशानी खड़ी कर सकते हैं। सत्ता में होने के कारण जनअपेक्षाओं का बोझ संभालने के मामले में भी उनकी परीक्षा होनी है। इस मामले में कांग्रेस राहत महसूस कर रही है।
सामाजिक समीकरण
इस सीट पर सामाजिक तानाबाना काफी रोचक है। क्षेत्र में 50 प्रतिशत पर्वतीय मूल के, 20 प्रतिशत मुस्लिम, 12 प्रतिशत अनुसूचित जाति और शेष पंजाबी, वैश्य, गोरखा व जाट मतदाता हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जुड़े भी करीब पांच हजार मतदाता हैं। जो समीकरण बना-बिगाड़ सकते हैं।
विनोद चमोली
ताकत
-सिटिंग विधायक, पूर्व महापौर और नगर पालिका अध्यक्ष।
-राज्य आंदोलनकारी, पर्वतीय व मुस्लिम मतदाताओं में मजबूत पकड़।
कमजोरी
-विकास कार्यों को लेकर क्षेत्र विशेष में नाराजगी।
-निर्दलीय मैदान में उतरे बागी को मनाने में नाकाम।
दिनेश अग्रवाल
ताकत
-2002 से 2017 तक तीन बार विधायक और दो बार कैबिनेट मंत्री रहे
-कैडर वोट के अलावा क्षेत्र विशेष में अच्छी पकड़
कमजोरी
-2019 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को धर्मपुर में सबसे कम मत पड़े
-चुनाव प्रचार में कांग्रेस का कोई बड़ा नेता नहीं दिखा साथ
कुल मतदाता : 2,06,737
पुरुष : 1,11,239
महिला : 95,492
थर्ड जेंडर : 06
80 साल से ऊपर : 3238
साभार न्यू मीडिया