अजब-गजब
दुनियां हलचल: ऐसे दिखती थी 9 हजार साल पहले मानव की शक्ल, 1 साल की मेहनत के बाद आया चेहरा सामने
नौ हजार साल की अवगी /
ध्रुव गुप्त, सेवानिवृत्त आईएएस व वरिष्ठ लेखक
नौ हजार साल की अवगी /
नौ हज़ार साल पहले प्रस्तर युग में हमारे पूर्वज कैसे दिखते थे, आजतक हम इसकी कल्पना ही करते रहे हैं। उस युग की जो तस्वीरें किताबों में दिख जाती हैं, वे हमारी कल्पना की ही उपज हैं। अभी हाल में ही उस दौर के मनुष्य की एक वैज्ञानिक और वास्तविक तस्वीर भी सामने आई हैं जो दुनिया भर के लोगों की दिलचस्पी का केंद्र बनी हुई है। हुआ यह कि ग्रीस में 1993 में दुनिया की प्राचीनतम थियोपेट्रा गुफा से एक प्राचीन मानव खोपड़ी मिली थी। अनुसंधान से उसकी उम्र नौ हजार साल से भी ज्यादा पाई गई। यह भी सुनिश्चित हुआ कि यह खोपड़ी लगभग 18 साल की किसी किशोरी की है। यह पता नहीं चल सका कि उसकी मृत्यु क्यों और किन परिस्थितियों में हुई। उसे लेकर जब लोगों की उत्सुकता बढ़ी तो यूनिवर्सिटी ऑफ एथेंस ने खोपड़ी के आधार पर उस किशोरी के चेहरे की पुनर्रचना करने की सोची। ग्रीस और स्वीडन के अनेक कंकाल विशेषज्ञों, पुरातत्ववेताओं, चिकित्सकों और फोरेंसिक साइंस के कुछ जानकारों की एक टीम ने सी.टी स्कैन, खोपड़ी के एक-एक उभार और गहराई की सूक्ष्म नाप और 3-डी प्रिंटर की सहायता से साल भर के अथक परिश्रम के बाद नौ हजार साल पहले की उस लड़की के चेहरे की पुनर्रचना करने में सफलता पाई। अभियान में लगे वैज्ञानिकों की टीम ने उस अज्ञात लड़की को अवगी नाम दिया। अवगी का अर्थ सूर्योदय होता है। इस नाम के चुनाव की वजह शायद यह है कि यह खोपड़ी जिस उत्तर- प्रस्तर युग की है उस युग को मानव सभ्यता का सूर्योदय-काल माना जाता है। मानव इतिहास का यही वह समय था जब लोग शिकार से कृषि उत्पादन की दिशा में बढ़ने लगे थे।
आप भी देखिए नौ हजार साल की अवगी को और अनुमान लगाईए कि हजारों साल बाद मानव आकृति में क्या-क्या और कैसे-कैसे बदलाव आए हैं।