उत्तराखण्ड
दून के नामी बिल्डर ने आठवें फ्लोर स्थित बेटी के फ्लेट से कूदकर आत्महत्या की, अफ्रीका के कारोबारी गुप्ता बंधु गिरफ्तार
शहर के बड़े बिल्डर सतेंद्र साहनी उर्फ बाबा साहनी ने शुक्रवार को दोपहर 12 बजे पेसिफिक गोल्फ एस्टेट में अपनी बेटी के आठवीं मंजिल वाले फ्लैट से कूदकर आत्महत्या कर ली। साहनी के पास से दो पन्ने का सुसाइड नोट मिला है। इसमें उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के कारोबारी गुप्ता बंधुओं में से एक अजय और उसके बहनोई अनिल गुप्ता से प्रताड़ित होने की बात लिखी है।पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, अजय गुप्ता ने पहले साहनी से पार्टनरशिप की और अब पैसे लौटाने का दबाव बना रहा था। एसपी सिटी प्रमोद कुमार ने बताया, सतेंद्र साहनी उर्फ बाबा साहनी रेसकोर्स में रहते थे। उनके शव के पास से सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है कि साहनी अपने एक पार्टनर संजय गर्ग के साथ मिलकर शहर में दो प्रोजेक्ट बना रहे हैं। प्रोजेक्ट में जनता का पैसा भी लगा हुआ है। इनमें एक रिहायशी प्रोजेक्ट राजपुर रोड और दूसरा पेसिफिक गोल्फ एस्टेट के पास बन रहा है। जिस वक्त इन प्रोजेक्ट की प्लानिंग चल रही थी, उस वक्त उनके पास इतना पैसा नहीं था कि उन्हें पूरा किया जा सके। इसके लिए उन्होंने अपने परिचित बलजीत सोनी ने बात की। उन्होंने प्रोजेक्ट में हिस्सेदारी के लिए दक्षिण अफ्रीका के भारतीय मूल के कारोबारी अजय गुप्ता का नाम सुझाया।
पुलिस के मुताबिक, अजय ने प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए उन्हें 85 प्रतिशत फंडिंग कर दी। कुछ दिन बात अजय का बहनोई अनिल गुप्ता दखलंदाजी करने लगा। गुप्ता बंधुओं का नाम आते ही साहनी के साथी संजय गर्ग ने अपना हाथ इस प्रोजेक्ट से खींच लिया। इसके बाद से साहनी परेशान रहने लगे थे। इन दोनों प्रोजेक्ट में जनता का पैसा भी लगा हुआ था।
पुलिस के मुताबिक, काफी समय से अजय गुप्ता और उसका बहनोई अनिल साहनी पर प्रोजेक्ट नाम करने या पैसा लौटाने का दबाव बना रहे थे, मगर साहनी इस हालत में नहीं थे कि पैसा वापस कर सकें। इस बीच गुप्ता ने अपने पुराने कारनामे बताकर साहनी को धमकी देना शुरू कर दिया। इसी से परेशान होकर साहनी शुक्रवार को सहस्रधारा रोड स्थित पेसिफिक गोल्फ एस्टेट में आठवीं मंजिल पर स्थित अपनी बेटी के फ्लैट पर पहुंचे।