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देवभूमि उत्तराखंड का मेरा भाई बांधो दीदी भुलिया लिया पैलाग… प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जून में जनता को किया संबोधित पढ़ें….उनका भाषण

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देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड का मेरा भाई बांधो दीदी भुलिया लिया पैलाग….

साथियों 9 नवंबर का एक दिन उत्तराखंड की देवतुल्य जनता ने जो सपना देखा था वह अटल जी की सरकार ने 25 साल पहले पूरा किया था और अब बीते 25 वर्षों की यात्रा के बाद उत्तराखंड जिस ऊंचाई पर है उसे देखकर हर उस व्यक्ति का खुश होना स्वाभाविक है जिसने इस खूबसूरत राज्य के निर्माण के लिए अपना संघर्ष और बलिदान दिया था जिन्हें पहाड़ से प्यार है जिन्हें उत्तराखंड की संस्कृति यहां की प्राकृतिक सुंदरता देवभूमि के लोगों से लगाव है उनका मन आज प्रफुल्लित है वह आनंदित हैं।

साथियों मुझे इस बात की भी खुशी है के डबल इंजन की भाजपा सरकार उत्तराखंड के समर्थ को नई ऊंचाई देने में जुटी है मैं आप सभी को उत्तराखंड की रजत जयंती पर बहुत-बहुत बधाई देता हूं मैं इस अवसर पर उत्तराखंड के उन बलिदानियों को भी श्रद्धांजलि देता हूं जिन्होंने आंदोलन के दौरान अपना जीवन बलिदान दिया मैं उस वक्त के सभी आंदोलनकारी का भी अभिनंदन करता ह साथियों आप सब जानते हैं उत्तराखंड से मेरा लगाव है जब मैं स्पिरिचुअल जर्नी पर यहां आता था तब पहाड़ों पर रहने वाले मेरे भाई बहनों का संघर्ष परिश्रम कठिनाइयों को पार करने की उनकी ललक ने मुझे हमेशा प्रेरित किया है।

साथियों यहां बिताए हुए दोनों ने मुझे उत्तराखंड के अतीत का साक्षात परिचय करवाया है इसलिए भी जब बाबा केदार के दर्शन के बाद मैंने कहा यह दशक उत्तराखंड का है तो यह सिर्फ मेरे मुंह से निकला हुआ एक वाक्य नहीं था… मैंने जब यह कहा मुझे पूरा-पूरा भरोसा था आज जब उत्तराखंड अपने 25 वर्ष पूरे कर रहा है मेरा यह विश्वास और दृढ़ हो गया है की उत्तराखंड के उत्कर्ष का कालखंड है साथियों 25 साल पहले जब उत्तराखंड नया-नया बना था चुनौतियां कम नहीं थी संसाधन सीमित थे राज्य का बजट छोटा था। आय के स्रोत बहुत कम थे ज्यादातर जरूरत है केंद्र की सहायता से पूरी होती थी आज तस्वीर पूरी तरह बदल चुकी है यहां आने से पहले मैं रजत जयंती समारोह पर प्रदर्शनी देखी थी और मेरा आग्रह है प्रदर्शनी को उत्तराखंड के हर नागरिक ने देखना चाहिए यह उत्तराखंड की पिछले 25 वर्षों की यात्रा की झलकियां है शिक्षा उद्योग खेल और ग्रामीण विकास जैसे अनेक क्षेत्रों में सफलता की गाथाएं प्रेरित करने वाली हैं।

25 साल पहले उत्तराखंड का बजट सिर्फ 4000 करोड़ रूपया था। आज जो 25 साल की उम्र के हैं उन्हें तब कुछ भी पता नहीं होगा. यह बजट आज बढ़कर एक लाख करोड रुपए को पार कर चुका है 25 साल में उत्तराखंड में उत्पादक चार गुना ज्यादा हुआ है सड़कों की लंबाई बढ़कर दोगुनी हो गई है और यहां 6 महीने में 4000 यात्री हवाई जहाज से आते हैं। साथियों इन 25 सालों में इंजीनियरिंग कॉलेज की संख्या 10 गुना से ज्यादा बड़ी है पहले एक मेडिकल कॉलेज था आज यहां 10 मेडिकल कॉलेज हैं 25 साल पहले वैक्सीन कवरेज कम था, आज उत्तराखंड का करीब करीब हर गांव वैक्सीन कवरेज एरिया बन चुका है यानी जीवन के हर आयाम में उत्तराखंड ने काफी प्रगति की है विकास की यह यात्रा मजबूत रही है सबको साथ लेकर चलने की नीति का नतीजा है हर उत्तराखंड के संकल्प का नतीजा है।

मैंने कुछ देर पहले उत्तराखंड के युवाओं से उद्यमियों से बात की सभी उत्तराखंड की ग्रोथ को लेकर बहुत उत्साहित है. 2047 में भारत थको विकसित देशों की लाइन में ले जाने को देवभूमि पूरी तरह से तैयार है।

साथियों उत्तराखंड की विकास यात्रा को गति देने के लिए आज भी यहां कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया है शिक्षा स्वास्थ्य पर्यटन और खेल से जुड़े प्रोजेक्ट यहां रोजगार के नए अवसर तैयार करेंगे जमरानी और सॉन्ग बांध परियोजनाएं देहरादून और हल्द्वानी शहर की एक जल की समस्या को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभैगी इन सभी स्कीम्स पर 8000 करोड रुपए से ज्यादा खर्च किए जाएंगे मैं उत्तराखंड वासियों को इन परियोजनाओं की बधाई देता हूं साथियों उत्तराखंड सरकार सेब और कीवी के किसानों को अनुदान देना शुरू कर रही है आधुनिक टेक्नोलॉजी के माध्यम से आर्थिक मदद की पूरी ट्रैकिंग करना संभव हो रहा है इसके लिए मैं राज्य सरकार रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया की प्रशंसा करता हूं।

साथियों देव भूमि उत्तराखंड भारत के आध्यात्मिक जीवन की धड़कन है गंगोत्री यमुनोत्री केदारनाथ बद्रीनाथ जागेश्वर आदि कैलाश हमारी आस्था के प्रतीक है हर वर्ष लाखों श्रद्धालु इन पवित्र धामों की यात्रा पर आते हैं उनकी यात्रा का मार्ग खोलते हैं। उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा भरी है। साथियों बेहतर कनेक्टिविटी का उत्तराखंड के विकास से गहरा नाता है इसलिए आज राज्य में 2 लाख करोड रुपए से अधिक की परियोजनाओं पर काम चल रहा है ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना प्रगति पर है दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे अब लगभग तैयार है गौरीकुंड केदारनाथ और गोविंदगढ़ हेमकुंड साहब रोप वे का शिलान्यास हो चुका है यह परियोजनाएं उत्तराखंड में नई गति दे रही है उत्तराखंड में इस वर्षों में विकास की एक लंबी यात्रा तय की है अगले 25 वर्षों में हम उत्तराखंड को ऊंचाई पर देखना चाहेंगे। आपने वह कहावत जरूर सुनी होगी जहां चाह वहां राह, इसलिए पता होगा हमारे लक्ष्य का हमारा लक्ष्य क्या है तो वहां पहुंचने का रोड मैप भी उतनी ही तेजी से बनेगा। इस चर्चा के लिए 9 नवंबर से बेहतर क्या होगा साथियों उत्तराखंड का असली परिचय उसकी आध्यात्मिक शक्ति है यहां के मंदिर आश्रम ज्ञान और योग के सेंटर हम ग्लोबल नेटवर्क से जोड़ सकते हैं साथियों देश विदेशी लोग यहां वैलनेस के लिए आते हैं आयुर्वेदिक औषधियां की मांग पिछले 25 वर्षों में बड़ी है। मैं चाहता हूं कि उत्तराखंड का हर विलेज अगले 25 सालों में एक वाइब्रेट विलेज की श्रेणी में आए.

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संपादक

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