राष्ट्रीय
स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों और गंभीर बीमारी से ग्रस्त बुजुर्गों को कल से वैक्सीन की एहतियाती खुराक
देशभर में सोमवार से स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले कर्मियों और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोविड-19 रोधी टीकों की एहतियाती खुराक दी जाएगी। कोविड-19 रोधी टीके की ‘एहतियाती खुराक’ के लिए शनिवार शाम से कोविन पोर्टल पर पंजीकरण शुरू हुआ था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक एहतियाती खुराक लेने वालों के लिए नए पंजीकरण की कोई आवश्यकता नहीं है वे सीधे अपाइंटमेंट ले सकते हैं।
इस बीच आइसीएमआर ने कहा है कि कोवैक्सिन की तीसरी खुराक सुरक्षित है और प्रतिरक्षण क्षमता संबंधी इसके आंकड़े आश्वस्त करते हैं। इसके ट्रायल में गंभीर प्रतिकूल प्रभाव नजर नहीं आए। वैक्सीन की तीसरी खुराक ने प्रचुर मात्रा में एंटीबाडी पैदा की। सनद रहे कि टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह यानी एनटीएजीआई ने भी सिफारिश की है कि पात्र लाभार्थियों को एहतियाती खुराक के रूप वही वैक्सीन दी जाए जिसकी दो खुराक पहले दी जा चुकी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने हाल ही में राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे एक पत्र में कहा था कि स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों और अन्य बीमारियों से पीड़ित बुजुर्गों को दी जाने वाली कोविड-19 टीके की एहतियाती खुराक उसी फार्मा कंपनी और वही होगी जिसकी दो खुराक पहले दी गई होगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोविड टीकाकरण केंद्र के रूप में काम करने वाले निजी अस्पताल अपने कर्मचारियों (डाक्टरों व अन्य स्टाफ आदि) को अपने अस्पताल में ही टीका लगा सकते हैं। निजी अस्पताल लागत वहन करने का विकल्प चुन सकते हैं या अपने पात्र कर्मचारियों को मुफ्त में यह एहतियाती खुराक दे सकते हैं। इसके लिए वे शुल्क भी ले सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 25 दिसंबर को एलान किया था कि हेल्थ वर्करों, फ्रंटलाइन वर्करों व सीनियर सिटिजन के लिए कोरोना वैक्सीन के तीसरे डोज को लगाए जाने की शुरुआत 10 जनवरी से होगी। कोविन पोर्टल के अनुसार जिन अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों को दूसरी खुराक लिए हुए नौ महीने या 39 सप्ताह पूरे हो गए हैं वे इस एहतियाती खुराक के लिए पात्र होंगे।

