उत्तराखण्ड
कार्बेट टाइगर रिजर्व बाघ ने वन कर्मी पर फिर किया हमला, लहूलुहान हालत में हायर सेंटर भेजा गया
रामनगर: कार्बेट टाइगर रिजर्व के सर्पदुली रेंज में बाघ ने बाइक से आ रहे वाचर पर हमला कर दिया। बाघ ने उसी स्थान पर वनकर्मी पर हमला किया जहां दो दिन पहले कार्बेट के ठेकेदार को अपना निवाला बनाया था। लहूलुहान हालत में उसे उपचार के लिए संयुक्त चिकित्सालय रामनगर में भर्ती कराया गया। जहां से काशीपुर हायर सेंटर भेजा जा रहा है। वनकर्मी की हालत गंभीर बताई जा रही है।
कार्बेट नेशनल पार्क में पाटकोट चोपड़ा गांव निवासी बाबी चंद उम्र 30 वर्ष दैनिक श्रमिक है। वह बतौर वाचर काम करता है। शुक्रवार को ढिकाला जोन के कैंटीन कर्मचारी जिप्सी से आ रहे थे। तो बाबी भी उनके साथ जिप्सी के आगे अपनी बाइक से चल दिया। इसी बीच धनगढ़ी से डेढ़ किलोमीटर दूर कक्ष नंबर चार धनगढ़ी बीट में बाघ ने उस पर अचानक हमला कर दिया और घसीट पर ले जाने लगा।
बाघ का हमला देख पीछे जिप्सी से आ रहे लोगों में हड़कंप मचा गया। उन्होंने चिल्लाना शुरू कर दिया। लेकिन तब तक बाघ उसे घसीट ले गया। कुछ दूर आगे जब जिप्सी में सवार लोग शोर करते हुए पहुंचे तो बाघ उसे लहूलुहान करचला गया। आनन फानन में उसे जिप्सी से ही संयुक्त चिकित्सालय लाया गया है। जहां उसका ब्लड चढ़ाकर प्राथमिक उपचार किया गया। इसके बाद उसे काशीपुर हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
बुधवार को ठेकेदार का बना लिया था निवाला
कार्बेट टाइगर रिजर्व के सर्पदुली रेंज में ही बाघ ने बुधवार को कार्बेट के ठेकेदार को अपना निवाला बना लिया था। मानपुर ठाकुरद्वारा मुरादाबाद उत्तर प्रदेश निवासी खलील 26 वर्ष पुत्र बांके दोपहर धनगढ़ी गेट से सर्पदुली को अपनी बाइक से जा रहा था। इसी दैरान बाघ को सामने देख वह बाइक से गिर पड़ा। जिसके बाद बाघ उसे जंगल में घसीट ले गया था। जिसके बाद कार्बेट ने बाइक से उक्त रास्ते में चलने पर प्रतिबंध लगा दिया था।
पूर्व में हाथी ने मारे थे बाइक सवार दो वनकर्मी
कार्बेट में बाघ अब तक कई वन कर्मियों को निवाला बना चुका है। पांच साल पूर्व भी ड्यूटी पर जा रहे दो बाइक सवार वन कर्मियों को हाथी ने मार डाला था। वर्ष 2019 में भी ठेकेदार के एक श्रमिक को ढिकाला में बाघ ने मार डाला था। इससे पूर्व ढिकाला में ही आग बुझाने गए दैनिक श्रमिक को भी बाघ ने मार डाला था। बाघ बीते दस सालों में करीब आठ से अधिक लोगों को मार चुका है।
सीटीआर में अब तक बाघ से मारे गए लोग
चार फरवरी 2009 भगवती देवी
छह फरवरी 2010 कांति देवी
12 नवंबर 2010 नंदी देवी
18 नवंबर 2010 कल्पना महरा
29 नवंबर 2010 रेवती देवी
11 जनवरी 2011 शांति देवी
27 जनवरी 2011 पूरन चंद्र
20 जनवरी 2013 राकेश कुमार
14 जनवरी 2014 हरनंदी
नौ फरवरी 2014 रामचरण सिंह
25 मार्च 2014 कृपाल
28 फरवरी 2016 ममता
छह सितंबर 2016 गोविंदी देवी
17 सितंबर 2016 परमजीत
22 मार्च 2016 कृष्णपाल सिंह
08 अपै्रल 2016 हरी राम
03 नवंबर 2018 पंकज
17 मार्च 2017 भगवती देवी
17 मार्च 2017 लखपत सिंह
20 सितंबर 2018 वीरेंद्र सिंह
15 जुलाई 2019 सोहन सिंह
13 अगस्त 2019 बिशन राम
20 सितंबर 2019 राजेश नेगी
11 फरवरी 2021 कमला देवी
15 जून 2022 खलील
17 जून 2022 बाबी चंद

