हल्द्वानी
जिपं अध्यक्ष बेला तोलिया की जांच डीएम ने सीडीओ, सीडीओ ने निचले अफसरों को सौंपी
हल्द्वानी : शासन के निर्देश पर जिला पंचायत अध्यक्ष से जुड़ी एक जांच डीएम से मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) तक पहुंची। सीडीओ ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर सात दिन में जांच रिपोर्ट देने को कहा था, लेकिन 11 अप्रैल को समय सीमा खत्म होने के बावजूद अभी तक रिपोर्ट तैयार नहीं। मामला पिछले साल हुए डीपीसी चुनाव से जुड़ा है।
नवंबर 2021 में जिला नियोजन समिति (डीपीसी) के चुनाव हुए थे। गौलापार-चोरगलिया की जिला पंचायत सदस्य निवेदिता जोशी ने आरोप लगाया था कि अध्यक्ष बेला तोलिया ने कुछ उम्मीदवारों को जीताने के लिए अपने सरकारी लेटर हेड का इस्तेमाल किया था। निर्वाचन आयोग के नियमों का उल्लंघन का हवाला देते हुए निवेदिता ने सचिव पंचायती राज व राज्य निर्वाचन आयोग से लिखित शिकायत की थी।
शासन से जांच संबंधी पत्र मिलने पर डीएम धीराज गब्र्याल ने सीडीओ डा. संदीप तिवारी को रिपोर्ट देने को कहा। सीडीओ ने चार अप्रैल को तीन सदस्यीय कमेटी बना दी। कमेटी में परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अधिकरण, जिला पंचायती राज अधिकारी और जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी को शामिल किया गया था। इन्हें एक सप्ताह में जांच पूरी करने के निर्देश सीडीओ ने दिए थे, लेकिन तीन सप्ताह ज्यादा बीतने के बाद भी रिपोर्ट का कुछ पता नहीं चला।
तीन सदस्यीय कमेटी को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया था। लेकिन व्यस्तता के कारण दोबारा जानकारी नहीं ले सका। कमेटी को फिर से निर्देशित किया जाएगा। -डा. संदीप तिवारी, सीडीओ
कोविड की वजह से डीपीसी के चुनाव लेट होते-होते नवंबर तक पहुंचे थे। अधिकांश लोग निर्विरोध निर्वाचित हुए थे। लेटर हेड के दुरुपयोग की बात सही नहीं है। – बेला तोलिया, अध्यक्ष, जिला पंचायत नैनीताल

