उत्तराखण्ड
अश्लील ऑडियो प्रकरण: पंतनगर थाने के पूर्व एसएचओ इंस्पेक्टर के खिलाफ आखिरकार मुकदमा दर्ज
पंतनगर में एक युवती से फोन पर आपत्तिजनक बातें करने के मामले में पंतनगर के पूर्व एसएचओ के खिलाफ पुलिस ने आखिरकार केस दर्ज कर लिया।
पंतनगर के एसएचओ की एक युवती से आपत्तिजनक बातचीत की की ऑडियो बीते दिनों वायरल हुई थी। इस पर एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने वायरल ऑडियो की जांच सहायक पुलिस अधीक्षक आईपीएस निहारिका तोमर को सौंपी थी। साथ ही आरोपी एसएचओ को निलंबित कर दिया था। आईपीएस निहारिका ने जांच के बाद रिपोर्ट एसएसपी को दी। इस पर मंगलवार की देर रात ही एसएसपी ने आरोपी एसएचओ के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए थे। इस पर पंतनगर थाने में आरोपी एसएचओ के खिलाफ आईपीसी की धारा 354 (क) (1), 354 (क) (2) के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
एसपी सिटी मनोज कत्याल ने बताया कि मामले की जांच सीनियर इंस्पेक्टर प्रतिमा भट्ट को सौंपी गई है।
यह है पूरा मामला
पंतनगर में लगभग एक वर्ष पूर्व किसी बात को लेकर दो पड़ोसियों के बीच मारपीट हुई थी। इसके बाद एक पक्ष की युवती ने आत्महत्या कर ली और सुसाइड नोट में दोष दूसरे पक्ष पर मढ़ दिया। युवती के परिजनों का आरोप था कि पड़ोसी परिवार का मुखिया उनकी बेटी पर गलत नजर रखता था और उसने कई बार दुष्कर्म का भी प्रयास किया था। इस कृत्य में पूरे परिवार का शामिल होने का आरोप लगाया गया। इसी के चलते उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली। मामले में आरोपी पक्ष के पिता-पुत्री को जेल भेज दिया गया। इसकी पैरवी में उसकी छोटी बेटी का पंतनगर थाने कई बार आना-जाना हुआ और फोन पर भी एसएचओ से बात होती रही। एसएचओ ने युवती को असहाय समझकर उससे अश्लील बातें शुरू कर दीं, जिसको पीड़िता ने रिकाॅर्ड कर लिया था।
सात जून को घर में घुसकर युवती और उसकी बहन के साथ गाली-गलौज, मारपीट करने के मामले में पंतनगर थाना पुलिस ने तीन आरोपियों को नामजद करते हुए केस दर्ज किया है। एसपी सिटी मनोज कत्याल ने बताया कि पंतनगर थाना क्षेत्र की एक युवती ने एसएसपी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया था कि सात जून की आधी रात को वह व उसकी बहन घर पर अकेली थी। इस बीच रंजिशन बाडू यादव, जितेंद्र यादव और अखिलेश एक अन्य साथी के साथ घर की जाली काटकर अंदर घुस आए। आरोपियों ने उसके व बहन के साथ मारपीट की। गाली-गलौज करते हुए बहन के कपड़े फाड़कर अश्लील हरकतें करने लगे। उनके शोर करने पर आसपास के लोगों को एकत्र होता देख आरोपी शिकायत करने पर उन्हें व उनके परिवार को जान से मरवा देने की धमकी देकर फरार हो गए। पुलिस ने बाडू, जितेंद्र, अखिलेश एवं एक अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 323, 354, 452, 504, 506 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली। एसपी सिटी कत्याल ने बताया कि मामले की विवेचना एसआई प्रियंका टम्टा कर रही हैं।