उत्तराखण्ड
बड़ी खबर: बागेश्वर के जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को शासन ने किया बर्खास्त
और आखिरकार बागेश्वर के जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल सुबोध शुक्ला को रिश्वतखोरी बहुत भारी पड़ गई। भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस अपना रही उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार के राज में अब भ्रष्टाचारियों के लिए कोई जगह नहीं रह गई है। भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी में तमाम बड़े-बड़े अधिकारी भी पकड़े जा रहे हैं और उनकी सेवाएं समाप्त की जा रही हैं और इसी क्रम में जिला सैनिक अधिकारी की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई है। विभागीय सचिव दीपेंद्र कुमार चौधरी की तरफ से इस आशय का शासनादेश जारी हो चुका है।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी के हाथों में अनुबंध बढ़ाने की पावर भी होती है और इसी पावर का वह गलत दुरुपयोग करते हुए एक कर्मचारी से अनुबंध बढ़ाने की आवाज में ₹50000 की रिश्वत मांग रहे थे। विजिलेंस की टीम ने ₹50000 रिश्वत लेते हुए उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया था।
बागेश्वर के जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल सुबोध शुक्ला (सेनि) को शासन ने बर्खास्त कर दिया। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी के निर्देश पर शासन ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी पर उपनल कर्मचारी का अनुबंध बढ़ाने के लिए 50 हजार रुपये की घूस लेने का आरोप है। विजिलेंस ने आरोपी को पिछले दिनों गिरफ्तार किया था।
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा, राज्य सरकार भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, सैनिक कल्याण जैसे संवेदनशील विभाग में पारदर्शिता और जवाबदेही सर्वोपरी है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस तरह की किसी भी शिकायत पर तत्काल सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोहराई न जाएं।
सैनिक कल्याण मंत्री ने कहा, सरकार पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सैनिक कल्याण सचिव दीपेंद्र कुमार चौधरी ने जारी आदेश में कहा, कैलाश चंद्र की शिकायत पर विजिलेंस ने जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। घूस लेने के आरोपी अधिकारी की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं

