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बड़ी खबर: बाहुबली विधायक राजा भैया की पत्नी के नाम दर्ज जमीन राज्य सरकार ने जब्त की, सख्त भू कानून की कवायद के बीच बड़ी कार्रवाई
अल्मोड़ा। उत्तराखंड में सख्त भू कानून को लेकर प्रदेश की धामी सरकार कवायत कर रही है। इसी क्रम में पिछले दिनों सरकार ने यहां की चार जिलों में बाहरी लोगों द्वारा खरीदी जा रही जमीन की जानकारी मांगी थी। इसी क्रम में अभी 2 दिन पहले प्रदेश की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सभी जिलाधिकारी की बैठक कर कहा था कि बाहरी लोगों द्वारा खरीदी गई जमीन के उद्देश्य का पता लगाया जाए। बाहरी लोगों द्वारा यहां जमीन खरीद पर नक़ल कसने के क्रम में पहली कार्रवाई नैनीताल जिले में हुई है। उत्तर प्रदेश के बाहुबली विधायक रघुनाथ प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की जमीन को यहां सरकार ने निहित कर लिया है।
धामी सरकार ने उत्तर प्रदेश के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह के नाम से नैनीताल के सिल्टोना गांव में खरीदी गई जमीन को राज्य सरकार में निहित कर दिया गया है। सख्त भू-कानून को लेकर उत्तराखंड में हो रही कवायद के बीच सरकार ने बाहुबली विधायक को तगड़ा झटका दिया है। देहरादून, नैनीताल, ऊधम सिंह नगर व हरिद्वार जिलों में भूमि खरीद से संबंधित मामलों की जांच भी चल रही है।
नैनीताल जिले की विभिन्न तहसीलों में बड़े पैमाने पर खरीदी गई जमीनें प्रशासन के रडार पर है।प्रतापगढ़ जिले के कुंडा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया उप्र की राजनीति में एक चर्चित नाम है। उत्तर प्रदेश के साथ ही कई प्रदेशों में राजा भैया की संपत्ति है।
दरअसल वर्ष 2007 में विधायक की पत्नी भानवी सिंह ने बेतालघाट ब्लाक के सिल्टोना गांव में 0.555 हेक्टेयर कृषि भूमि का सौदा किया। जमीन पर तभी तारबाड़ भी कर दी गई।लेकिन भूमि पर 16 साल बाद भी खेती संबंधी कोई कार्य नहीं होने पर राजस्व विभाग ने जांच के बाद भूमि सरकार के खाते में दर्ज कर ली है। इस मामले में भानवी सिंह की ओर से कमिश्नर कोर्ट व राजस्व बोर्ड में भी अपील की गई थी, लेकिन वहां वह हार गई।जानकारी के अनुसार, नियमानुसार दो वर्ष तक जिस प्रायोजन के लिए जमीन खरीदी जाती है, उसमें उसी उद्देश्य से कार्य होना चाहिए। ऐसे मामलों की नियमित जांच भी होती है। अगर ऐसा नहीं होता तो जमीन सरकार में निहित कर दी जायेगी।