उत्तराखण्ड
बड़ी खबर: मेडिकल स्टोर प्रतिबंधित 5950 इंजेक्शन, डेढ़ लाख कैप्सूल तथा 57 हजार टैबलेट बरामद
एएनटीएफ (एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स) ने बुधवार को सिसैया स्थित एक मेडिकल स्टोर में छापा मारकर प्रतिबंधिंत दवाइयां बरामद कीं हैं। मामले में पुलिस ने मेडिकल स्टोर के संचालक दो भाइयों को गिरफ्तार किया है।
एएनटीएफ प्रभारी राजेश पांडे ने बताया कि बुधवार को टीम को सिसैया स्थित राजेश मेडिकल स्टोर के बिना लाइसेंस के संचालित होने तथा नशीले दवाइयों और इंजेक्शन के व्यापार करने का इनपुट मिला था। इस पर एक्शन लेते हुए टीम ने स्थानीय पुलिस और ड्रग इंस्पेक्टर (डीआई) नीरज कुमार के साथ दोपहर मे छापेमारी की। कार्रवाई करीब आठ घंटे तक चली। छापेमारी में मेडिकल स्टोर से नशे की 250 इंजेक्शन बरामद हुए। वहीं, मेडिकल स्टोर के सामने दूसरी मंजिल पर बने गोदाम से टीम को प्रतिबंधित करीब 5700 इंजेक्शन, डेढ़ लाख कैप्सूल तथा 57 हजार टैबलेट बरामद हुई।
मामले में पुलिस ने ग्राम मखवारा निवासी दो भाई हरपाल सिंह और राजेश कुमार पुत्र महेंद्र पाल सिंह को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपी राजेश ने उसके नाम पर जारी लाइसेंस को दिखाया। बताया कि प्रतिबंधित इंजेक्शन को मिलाकर एक सेट बनता है। उसे यह इंजेक्शन बरेली के बहेड़ी स्थित शोभित मेडिकल स्टोर वाला दे जाता था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीसी एक्ट में केस दर्ज कर लिया है। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश करने की कार्रवाई की जा रही है।
राजेश मेडिकल स्टोर को एसोसिएशन से निकाला
एएनटीएफ की कार्रवाई के बाद केमिस्ट एसोसिएशन ने राजेश मेडिकल स्टोर को एसोसिएशन से बाहर कर दिया। एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश गोगना ने बताया कि एसोसिएशन से जुड़े किसी भी मेडिकल स्टोर में यदि प्रतिबंधित दवाइयां रखीं या बिकती हैं तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन की एक टीम गठित करके सभी मेडिकल स्टोर की जांच की जाएगी। वहां पर संरक्षक संजय जिंदल, महामंत्री नदीम मलिक, जितेंद्र कुमार, बलविंदर सिंह, यश अरोरा आदि थे।
सिसैया में एक मेडिकल स्टोर से एएनटीएफ की टीम ने प्रतिबंधित इंजेक्शन और दवाइयां बरामद की है। मामले में मेडिकल संचालक दो लोगों के विरुद्ध में केस दर्ज किया है। – बीएस चौहान, सीओ सितारगंज