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बड़ी खबर: नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के बैनर हटाने को लेकर भीमताल हरेले मेले में बवाल
भीमताल। बुधवार से नैनीताल के भीमताल में प्रसिद्ध हरेला मेला शुरू हो गया है। हर साल मनाए जाने वाले इस मेले की अपनी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है और लोगों को इसका बेसब्री से इंतजार रहता है। यह मेल एक तरह से भीमताल और पूरे कुमाऊं की पहचान भी बन चुका है। मेले का उद्घाटन बुधवार को नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और पूर्व विधायक और उनके पुत्र संजीव आर्य ने किया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भीमताल के ऐतिहासिक मेले को उत्तराखंड सरकार को संरक्षित रखते हुए राज्य मेल घोषित करना चाहिए। यह बात उन्होंने आयोजित जनसभा के दौरान कही। अब इसी जनसभा के दौरान नेता प्रतिपक्ष के बैनर को लेकर जो बवाल हुआ वह भी अपने आप में इस पूरे प्रोग्राम को एक राजनीतिक रंग दे गया।
दरअसल जब यशपाल आर्य नेता प्रतिपक्ष को उद्घाटन के लिए पहुंचना था उससे पहले ही भीमताल के तमाम सभासदों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि एसडीएम नवाजिश खलीक ने उनसे यशपाल आर्य के मेला परिसर और उद्घाटन परिसर में लगे बैनर को हटाने को कह दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना था कि उन पर एसडीएम ने लगातार इस विषय में दबाव बनाया दूसरी ओर इस प्रकरण को लेकर एसडीएम और कांग्रेसी सभासदों के बीच तीसरी बहस भी देखने को मिली। कांग्रेसी सभासदों ने यहां तक आरोप लगाया कि यशपाल आर्य के सम्मान में यहां बुलाए जाने वाले चोलिया नर्तकों की टीम को भी एसडीएम ने उद्घाटन से पहले ही वापस भेज दिया। इन दोनों मुद्दों को लेकर एसडीएम और कांग्रेसियों के बीच काफी देर तक हंगामा होते रहा। बाद में यशपाल आर्य यहां पहुंचे और उन्होंने हरेला मेला का उद्घाटन किया।
हालांकि पूरे प्रकरण में एसडीएम नवाजिश खलीक का कहना था कि उन पर लगाए जा रही आरोप बेबुनियाद हैं। ना तो उन्होंने नेता प्रतिपक्ष की बैनर हटाने को कहा और नहीं वहां आने वाली किसी छोलिया नृत्य की टीम को वापस किया।

