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बिग ब्रेकिंग (अपडेट) : हल्द्वानी नगर निगम की सीट अनारक्षित, पुनः सामान्य में आई, अब भाजपा की राजनीति में हलचल
और जैसा कि संभावना जताई जा रही थी इस वक्त उत्तराखंड की हॉट सीट बन गई हल्द्वानी नगर निगम की सीट फिर से अनारक्षित होकर सामान्य श्रेणी में आ गई है। शासन से इस आशय के आदेश अभी कुछ देर पहले ही जारी हुए हैं। हल्द्वानी सीट के सामान्य होने के साथ ही यहां का समीकरण अब फिर से पूरी तरह बदल गया है। भारतीय जनता पार्टी की राजनीति में हल्द्वानी की सीट अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित होने के बाद चरम पर पहुंच गई थी। यह स्ट ओबीसी जारी होने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने यहां व्यापारी नेता नवीन चंद्र वर्मा को बाकायदा पार्टी ज्वाइन करवाई थी। उनके पार्टी ज्वाइन करने के बाद पार्टी में गजराज सिंह बिष्ट का नाम भी तेजी से आगे आ गया था। इधर इन दोनों के बीच टिकट मिलने की संभावनाओं को लेकर ही आम जनता और कार्यकर्ताओं के बीच में तमाम पकयास बाजियां चल रही थी। भारतीय जनता पार्टी का एक धड़ा गुजरात सिंह बिष्ट को चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से सोशल मीडिया पर सक्रिय हो चुका था। दूसरी और एक जमाने में कांग्रेसी रहे व्यापारी नेता नवीन चंद्र वर्मा ने भारतीय जनता पार्टी इस प्रत्याशा के साथ ज्वाइन करी थी कि उन्हें ही मेयर का टिकट मिलेगा।
मगर कल शाम तक आपत्तियां का निस्तारण होने के बाद आज सोमवार को जैसे ही इस सीट की घोषणा हुई तब यह अप्रत्याशित नहीं था कि हल्द्वानी नगर निगम की सीट फिर से सामान्य कर दी गई है। हल्द्वानी नगर निगम की स्ट ओबीसी आरक्षित होने के बाद कांग्रेस में भी प्रत्याशियों का टोटा सा नजर आने लगा था। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में मेयर की सीट के लिए चुनाव की तैयारी कर रहे प्रत्याशियों को उस वक्त तगड़ा झटका लगा था जब हल्द्वानी नगर निगम की सीट अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हो गई थी। भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो हल्द्वानी में नीव वर्तमान मेयर डॉक्टर जोगिंदर पाल सिंह रौतेला, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय प्रभारी कौस्तुभानंद जोशी, भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य प्रमोद तोलिया के नाम पर चर्चा चल रही थी। जाहिर सी बात है अब हल्द्वानी सेट फिर से सामान्य होने की स्थिति में इन नाम पर ही विचार किया जाएगा। भाजपा में अब यहां नियुक्त पर्यवेक्षकों को दोबारा से मेहनत करनी होगी। क्योंकि ओबीसी सीट होने की दशा में रविवार शाम को ही पर्यवेक्षकों ने नाम का पैनल भाजपा की प्रदेश में भेज दिया था। इन नाम से एक नाम फाइनल करने के लिए भाजपा ने प्रदेश में सर्वे एजेंसी भी तैनात कर दी थी। मगर यह सीट दोबारा से सामान्य होने की स्थिति में अब सब कुछ नए चरण से करना होगा।
अब अगर कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस के पास इस समय सामान्य वर्ग में जिन प्रत्याशियों की बात सामने आ रही है उनमें दर्जन भर से ज्यादा उम्मीदवारों ने दावेदारी की है। पूर्व पालिका अध्यक्ष हेमंत बगढ़वाल, पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री ललित जोशी, प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया, युवा व्यापार मंडल जिला अध्यक्ष सौरभ भट्ट प्रमुख रूप से सामने हैं।