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मानसून की खुराक से पहले बलियानाले के दरकने की मनमानी पर लगाम जरूरी… फिर मैन पावर चाहे जितनी बढ़ानी पड़े

नैनीताल। बलिया नाला पूरे नैनीताल के लिए एक तरह से सुरसा के मुंह की तरह ही है। नैनीताल के ठीक नीचे स्थित खतरनाक पहाड़ ने पूरे शहर को खतरे की जद में लिया हुआ है। बलिया नाला नामक इस राक्षस को असली खुराक मानसून में मिलती है जब बलियानाले की पहाड़ी में स्थित दरारों से पानी रिसता है और फिर इसका मुंह और खुलता जाता है। बलियानाले का मंजर दिखने में जितना भयावह लगता है, यह है उससे कहीं ज्यादा खतरनाक। बलियानाले की विध्वंसकारी हरकतें काबू करने के लिए पिछले कई वर्षों से कोशिशेँ लगातार जारी हैं, जिनके परिणाम अब दिखने लगे हैं, तब कि जब बलियानाले की मनमानी हरकतों पर थोड़ा बहुत लगाम लगना शुरू हुआ है। जिलाधिकारी नैनीताल वंदना सिंह ने आज इसी बलिया नाले के आसपास निरीक्षण कर अधिकारियों से कहा कि मानसून से पहले खतरनाक स्थानों पर तुरंत काम पूरा करें, इसके लिए अगर मैन पावर बढ़ाना भी पड़े तब भी कोई दिक्कत नहीं। पढ़ें डीएम के निरीक्षण की खबर…
जिलाधिकारी वंदना सिंह ने गुरुवार को भूस्खलन प्रभावित बलियानाला क्षेत्र में ट्रीटमेंट कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कहा कि ट्रीटमेंट कार्य समय से पूर्ण किए जाएं। अधिक संवेदनशील स्थलों को बरसात से पहले पूरे करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि बलियानाला में सिचांई विभाग द्वारा सुरक्षा के कार्य प्रगति में है। जिसकी तीन साल की कार्य अवधि है। कुछ कार्यों में डीपीआर संशोधित की गई है और कार्य की गति धीमी है जिसके लिए उन्होंने सम्बंधित विभाग को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही स्वीकृत कार्यों में तेजी लाने के साथ मैन पावर बढ़ाने की बात कही जिससे मानसून से पहले कार्य पूरे हो सके।

इस दौरान बताया कि विद्यालय निर्माण के लिए एनओसी जारी हो गयी है, जल्द ही विद्यालय का कार्य भी जल्द शुरु होगा। साथ ही प्रभावित लोगों को विस्थापन के लिए कुछ जगहों का चयन किया गया है। जिसके लिए संबंधित विभाग से सर्वे और स्थानीय लोगों से विचार विमर्श करने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों के विस्थापन के लिए दुर्गापुर क्षेत्र को चयनित किया गया है। इसके लिए वहां पर लोगों को मूलभूत सुविधा मिले इसके लिए विशेष ध्यान रखने की जरुरत है।
उन्होंने कहा कि ट्रीटमेंट कार्य के दौरान आबादी वाले इलाके प्रभावित नहीं हो इसका विशेष ध्यान रखने की जरुरत है। इसके लिए संबंधित विभाग तकनीकी एजेंसी के सुझाव के अनुरूप कार्य करने के आदेश दिए। इस दौरान उन्होंने विभाग से ट्रीटमेंट कार्य की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। साथ ही नाले के बहाव को नियंत्रित करने हेतु नाले के किनारों पर किए जाने वाले कार्य में गति बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने बलियानाला के आस पास अवैध भवन निर्माण पर रोक लगाने के लिए ईओ नगर पालिका और प्राधिकरण को नोटिस और चालानी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
कृष्णापुर के लोगों ने बताया कि सड़क नहीं होने के कारण लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस पर जिलाधिकारी ने ईओ नगर पालिका को कृष्णापुर क्षेत्र का सर्वे कर दो पहिया वाहनों की आवाजाही की व्यवस्था करने की बात कही। स्थानीय लोगों ने नई सीवर लाइन के विषय में जिलाधिकारी को शिकायत की जिस पर डीएम ने अधिशासी अभियंता जल संस्थान को मौके पर जाकर समाधान करवाने के निर्देश दिए।
इस दौरान संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल, एसडीएम प्रमोद कुमार, सिचांई विभाग से अधीक्षण अभियंता एमके खरे, अधिशासी अभियंता बिजेंद्र कुमार, सहायक अभियंता सुमित मालवाल, पीके पाठक आदि मौजूद रहे।


