उत्तराखण्ड
टनकपुर जीआइसी के बाबू ने सीईओ को नहीं दिया स्पष्टीकरण, अब होगी कार्रवाई
चम्पावत : प्रभारी प्रधानाचार्य व मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के बीच हुए विवाद मामले में सीईओ द्वारा बाबू से तीन दिन के अंदर मागे गए स्पष्टीकरण की समय सीमा पांच जुलाई को पूरी हो गई। मगर बाबू ने स्पष्टीकरण नहीं दिया। इस पर सीईओ ने बाबू के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी है। वहीं स्कूल खुलने के बाद प्रधानाचार्य ने बाबू के चिकित्सा प्रमाण पत्र मिलने के बाद स्वीकृत किया। वहीं स्कूल कर्मचारी द्वारा आदेश पंजिका में भी छेड़छाड़ की है।
टनकपुर जीआइसी में प्रभारी प्रधानाचार्य बद्री प्रसाद शर्मा द्वारा मुख्य प्रशासनिक अधिकारी केदार दत्त जोशी से चिकित्सा अवकाश चिकित्सा प्रमाण पत्र मांगे जाने पर बाबू ने उनके साथ अभद्रता करने के साथ जमकर गाली गलौज की गई। प्रभारी प्रधानाचार्य ने डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी व सीईओ आरसी पुरोहित से मामले की शिकायत की।
सीईओ ने बाबू से तीन तीन बिंदुओं पर तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा था।। स्पष्टीकरण न मिलने की दशा में सीईओ ने दोषी मानते हुए कार्यवाही करने के लिए कहा था। पांच जुलाई तक बाबू को अपना स्पष्टीकरण सीईओ को देना था लेकिन निर्धारित समय सीमा पर सीईओ को स्पष्टीकरण नहीं मिला। सीईओ जितेंद्र सक्सेना ने बताया कि मुख्य प्रशासनिक अधिकारी को पांच जुलाई तक स्पष्टीकरण देना था।
स्पष्टीकरण देने की समय सीमा समाप्त हो चुकी है लेकिन बाबू का स्पष्टीकरण नहीं मिला। घटना में मिले साक्ष्य के आधार पर बाबू को दोषी मानते हुए निदेशक को मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही करने की संस्तुति कर पत्र भेजा जा रहा है।
वहीं बुधवार को स्कूल खुलने के बाद प्रधानाचार्य रूप सिंह राजपूत के समक्ष बाबू ने मेडिकल प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया। जिसे प्रधानाचार्य ने स्वीकृत किया।
सरकारी आदेशों में छेड़छाड़ करने की कोशिश
कार्यालय द्वारा आदेश पंजिका में भी छेड़छाड़ करने का मामला उजागर हुआ है। जिसमें कार्यालय कर्मचारी द्वारा प्रधानाचार्य के आदेश में सफेदी लगाने के साथ आदेश पंजिका में किए आदेश के पेज को फाड़ कर उसकी जगह नया पेज लगाने की भी बात सामने आई है।
प्रधानाचार्य राजपूत ने कहा कि आदेश पंजिका में व्हाइटनर लगाने के साथ आदेश पंजिका से पेज फाड़ा गया है। इसकी जांच कराई जाएगी। वहीं कार्यालय में बाबू द्वारा एसडीएम से अवकाश स्वीकृति के लिए लगाए गए प्रार्थना पत्र में भी छेड़छाड़ की गई है। एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने बताया कि प्रार्थना पत्र में मेरे द्वारा किए गए हस्ताक्षर में लिखी गई तिथि को भी बदलने का प्रयास किया गया है। जो कि गलत है।
पूर्व सीईओ भी बाबू को पा चुके हैं दोषी
जीआइसी में तैनात मुख्य प्रशासनिक अधिकारी केदार दत्त जोशी के खिलाफ पूर्व सीईओ आरसी पुरोहित समेत पूर्व एसडीएम व डीएम द्वारा कराई गई जांच में वह दोषी मिल चुके हैं। बाबू पर उस समय शिक्षकों व बच्चों के साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया गया था। लेकिन बाबू पर दोषी पाए जाने के बाद भी कार्यवाही नहीं हो सकी। पूर्व सीईओ आरसी पुरोहित ने इसकी पुष्टि की है।

